भारतीय नौसेना के लिए तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियां खरीदने का फैसला लिया गया है। नौसेना के पास वर्तमान में 16 पारंपरिक पनडुब्बियां हैं। इनमें से 30 फीसदी हर वक्त मरम्मत के चलते सेवा से बाहर रहती हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जुलाई को फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। पीएम इस दौरे पर 26 राफेल-M लड़ाकू विमानों के साथ ही 3 स्कॉर्पीन क्लास की पनडुब्बी की डील भी फाइनल कर सकते हैं। आखिर क्या है स्कॉर्पीन पनडुब्बी, जानते हैं।
देश के भीतर पनडुब्बी निर्माण क्षमता में वृद्धि होने वाली है। दरअसल, भारत में बनने वाली न्यूक्लियर अटैक में सक्षम पनडुब्बियां 95% स्वदेशी होंगी। इसके अलावा अन्य तीन पनडुब्बियों में यह क्षमता और बढ़ जाएगी।