इस सम्मेलन का एजेंड़ा श्रमिकों के कल्याण को लेकर बेहतर योजनाओं को बनाना और उनका प्रभावी क्रियान्वयन करना है। इसके लिए केंद्र सरकार व राज्यों के बीच बेहतर समन्वय कैसे बने और इसके लिए क्या क्या प्रभावी तरीका अपनाया जाना चाहिए, इस पर भी चर्चा की जाएगी। दो दिवसीय सम्मेलन में चार सेशन आयोजित हैं।