कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यूपी-बिहार में एक फिर स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिए गए है। इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, पंजाब और तेलंगाना में भी स्कूल-कॉलेज बंद किए गए हैं।
बिहार में नए साल के बाद से तो मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है। आलम यह हो गया है कि अरवल को छोड़कर बाकी 37 जिलों में कोरोना पैर पसार चुका है। वहीं राजधानी पटना का हाल सबसे बुरा हो चला है। यह तो पूरी तरह से हाट स्पॉट बन चुका है।
बिहार की राजधानी पटना के बेउर मोड़ के पास मंगलवार सुबह एक भीषण हादसा हो गया।
ये पूरा मामला बिहार के जिला भोजपुर का है। वहां कोयलशूर थाना इलाके में बच्ची रहती थी। मामले में जीरो एफआईआर दर्ज कर संबंधित थाने को ट्रांसफर कर दिया है। पीड़ित 10 साल की बच्ची ने बताया कि मार्च 2021 में वह बिहार में थी।
बिहार के नालंदा जिले में स्वास्थ्यकर्मी ने लापरवाही से 18 साल से कम उम्र के दो भाइओं को कोवैक्सिन के बदले कोवीशील्ड लगा दिया। गलत टीका लगने के चलते बच्चों के पिता चिंचित हैं।
जीतन राम मांझी के साथ उनकी साथ पत्नी शांति देवी, बेटी पुष्पा मांझी, बहू दीपा मांझी और पीए गणेश पंडित समेत संपर्क में आने वाले 18 अन्य लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
बिहार की राजधानी पटना में सर्द हवाओं के चलने से लगातार तापमान में गिरावट बनी हुई है। बढ़ती ठंड और शीतलहर के चलते पटना में कक्षा 8वीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया गया है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के बाद अब राजस्थान में ओमीक्रोन से मौत का मामला सामने आया है। यहां उदयपुर के एक 75 वर्षीय वृद्ध की मौत होने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग की कल ही कोरोना निगेटिव रिपोर्ट आई थी। दो मौतों के बाद सरकारों की इस नए वैरिएंट को लेकर चिंता बढ़ गई है। देश में रोजाना आने वाले नए मरीजों का आंकड़ा सिमटकर 7 हजार तक आ गया था, जो तीन दिनों में बढ़ते हुए गुरुवार को 16 हजार तक पहुंच गया। यह ढाई महीने का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
पटना में पाया गया संक्रमित युवक अपने भाई को रिसीव करने दिल्ली एयरपोर्ट गया था। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के दौरान उसकी पहचान की गई। इसके बाद RT-PCR टेस्ट में वह पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद उनका जीनोम सिक्वेंसिंग कराया गया है। गुरुवार को उसकी ओमिक्रॉन पॉजिटिव की रिपोर्ट मिली।
जन्म के दो घंटे बाद भी बच्चे को फीड नहीं कराया जा सका। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उसे सदर अस्पताल के SNCU में रेफर कर दिया गया है। डॉक्टर के मुताबिक बच्चे की स्थिति क्रिटिकल है।वहीं तीन हाथ-पैर वाले बच्चे के जन्म के बाद से ही चर्चा का विषय बना हुआ है।