शिक्षा मंत्री के परिणाम घोषित करते ही राज्य के तीनों संकाय विज्ञान, कला और वाणिज्य वर्ग के करीब 2.5 लाख छात्रों का इंतजार पूरा हो गया। इस बार के परिणामों में 95% बच्चों ने फर्स्ट डिवीजन, 1% ने सेकेंड और 0.3 ने थर्ड डिवीजन से परीक्षा पास की है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आज 12वीं का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा नतीजों की घोषणा करते ही प्रदेश के करीब 8 लाख स्टूडेंट्स के रिजल्ट का इंतजार पूरा हो गया। बोर्ड ने 2वीं आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम के रिजल्ट का ऐलान किया।
यह लगातार दूसरा वर्ष है, जब बोर्ड ने आईसीएसई और आईएससी के विद्यार्थियों का परिणाम आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जारी किया है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस बार 10वीं क्लास का रिजल्ट वेस्ट ऑफ फाइव सिस्टम के आधार पर तैयार किया है। यानि 6 में से 5 विषयों को आधार बनाकर छात्रों का पास करने का परिणाम बनाया गया है। यानि नियमित स्टूडेंट्स के लिए अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड व यूनिट टेस्ट के अंक के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है।
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल(MP बोर्ड) 12वीं का रिजल्ट 10वीं के पांच विषयों के सबसे ज्यादा अंकों के आधार पर जारी करेगा। यानी कोई भी बच्चा फेल नहीं होगा। लेकिन इस फॉर्मूले में अधिभार यानी वेटेज शब्द का इस्तेमाल किया गया है, इसे लेकर उलझन हो गई है।
कोरोना वायरस के कारण ज्यादातर राज्यों ने 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। रिजल्ट किस आधार पर तैयार होगा इसे लेकर अभी तक मार्किंग क्राइटेरिया नहीं बन पाया है।
हलफनामे के अनुसार, सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार 12वीं कक्षा के मूल्यांकन पर एक विवाद समाधान समिति बनाने के लिए सहमति व्यक्त की है।
बोर्ड को सीबीएसई को कक्षा 12 के ऑप्शनल असेसमेंट के लिए स्कूलों से अलग-अगल सुझाव मिले हैं। कोरोना संक्रमण के कारण इस साल 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (HBSE) ने शुक्रवार 11 जून को 10 परीक्षा 2021 का रिजल्ट घोषित कर दिया है। स्टूडेंट्स हरियाणा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट bseh.org.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।
1 जून को सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षा कैंसिल कर दी गई थी। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था। कोविड के कारण अनिश्चित परिस्थितियों और विभिन्न स्टेकहोल्डर्स से प्राप्त फीडबैक के बाद यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी।