देश इस में इस समय चारों तरफ यूनिफॉर्म सिविल कोड यानि यूसीसी की चर्चा हो रही है। खबर है कि मोदी सरकार मानसून सत्र में इसे पास करा सकती है। इसी बीच ग्वालियर पहुंची कथावाचक जया किशोर ने भी यूसीसी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीनों का समय बचा है। इस दौरान राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई। इस बीच एआईएमआईएम के चीफ असादुद्दीन ओवैसी के साथ सचिन पायलट के करीबी नेता ने बंद कमरे में 1 घंटे तक दोनों की हुई लंबी बातचीत। क्या हैं इसके मायने।
अंक ज्योतिष का महत्व भी अन्य ज्योतिष विधाओं जितना ही है। समय के साथ इसके प्रभाव में और बढोत्तरी देखी जा रही है। इस विधा का मूल आधार है डेट ऑफ बर्थ। इसमें जन्म तारीख के अंकों को जोड़कर मूलांक निकाला जाता है।
आज पूरे देश में चर्चा हो रही है कि राजस्थान के दिग्गज नेता सचिन पायलट कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बना सकते हैं। लेकिन राजनीतिक कारों का मानना है कि सचिन की मजबूरी है कि उन्हें कांग्रेस में ही रहना पड़ेगा।
NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) को जान से मारने की धमकी मिली है। उनकी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने इस मामले में मुंबई पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से भी हस्तक्षेप की मांग की है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने गुरुवार को कहा कि देश की राजनीति पर विदेश में चर्चा करना राष्ट्रहित में नहीं है।
राजस्थान में कांग्रेस के अंदर जारी घमासान की शुरूआत जिस दिन हुई थी वहीं दिन विधानसभा चुनाव 2023 में कुछ ही महीनों के बचे समय में एक बार फिर सामने आ गया है। अब क्या इस दिन सचिन पायलट कुछ बड़ा करने वाले है। राजनीतिक गलियारों में हलचल हुई तेज।
अंक ज्योतिष का महत्व अन्य ज्योतिष विधाओं के जितना ही है। वर्तमान में ये विधा बहुत तेजी से पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो रही है। इस विधा में अंकों के माध्यम से आने वाले भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे (Odisha train accident) में मरने वालों की संख्या 280 हो गई है। 900 लोग घायल हुए हैं। तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं थी। राहत और बचाव अभियान जारी है।
दिल्ली में हुई कांग्रेस आलाकमान की बैठक के बाद लगा था कि सीएम गहलोत और नेता सचिन पायलट के बीच सब ठीक हो गया है। लेकिन पूर्व डिप्टी सीएम के एक बयान से फिर से राजनीति गर्मा गई है। कोई कह रहा नई पार्टी बनाएंगे, कोई कह रहा नई जिम्मेदारी मिलने वाली है।