अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया। इस फैसले के बाद से लोगों में राममंदिर को लेकर उत्सुकता है। मंदिर निर्माण के लिए 30 साल पहले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा को काम दिया गया था।
दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार को मंदिर के निमार्ण के लिए सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अब सरकार को राम मंदिर बनवाने के लिए देश की पांच पीठों के शंकराचार्यों को शामिल करना चाहिए। साथ ही राम मंदिर निर्माण के नाम पर जमा हुई धनराशि का उपयोग करना चाहिए।
न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बने सिर्फ साढ़े तीन साल ही हुए हैं लेकिन इस दौरान वह अयोध्या भूमि विवाद, निजता के अधिकार और समलैंगिकता को अपराध के दायरे से बाहर करने जैसे अनेक महत्वपूर्ण मामलों में फैसले सुनाने वाली पीठ का हिस्सा बन चुके हैं।
दूसरी तरफ मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने इस फैसले पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा- "मैं आज बहुत खुश हूं, राम मंदिर के लिए दिए कार सेवकों का बलिदान और संघर्ष खाली नहीं गया। जल्द से जल्द राम मंदिर बनना चाहिए। मेरी इच्छा है कि देश में राम मंदिर के साथ राम राज्य भी आना चाहिए। "
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना निर्णय सुना दिया। जिस पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कोर्ट के फैसले पर असहमति जताई है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है।
अयोध्या भूमि विवाद को लेकर पहली बार कोर्ट गए परमहंस रामचंद्र दास और हाशिम अंसारी की मांग भले ही अलग-अलग रही हो, लेकिन असल जिंदगी में ये सच्चे दोस्त थे। रामचंद्र दास ने विवादित स्थल पर पूजा करने के लिए जिला न्यायालय में मुकदमा दायर किया था।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच जजों की बेंच ने इस मामले में 40 दिन में 172 घंटे तक की सुनवाई की थी। बेंच में जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस ए नजीर भी शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल के मालदा से बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू ऑनलाइन शॉपिंग में धोखाधड़ी के शिकार हुए। उन्होंने अमेजन से मोबाइल फोन आर्डर किया था लेकिन फोन के डिब्बे में उन्हें पत्थर डिलीवर किये गए।
अक्सर शाम होते वो दोनों साथ बैठते और ताश खेलते थे। खेल चलते समय चाय पी जाती थी, नाश्ता किया जाता था, लेकिन उस दौरान एक भी शब्द मंदिर-मस्जिद को लेकर नहीं बोला जाता था। विचार अपनी जगह थे खेल और दोस्ती अपनी जगह।
सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि विवाद मामले पर सुनवाई के दौरान हिंदू महासभा के वकील ने एक नक्शा कोर्ट में दिखाया, जिसे मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने फाड़ कर 5 टुकड़े कर दिए। अब नक्शा फाड़ने का मामला बढ़ता जा रहा है। रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती ने कहा कि वह धवन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे।