बीजेपी ने आरोप लगाया है कि नेहरू ने प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन में जाने का विरोध किया था।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर में लगने वाले दरवाजों पर बेहतरीन नक्काशी की गई है। दरवाजों पर हाथी, कमल सहित कई पौराणिक चित्र उकेरे गए हैं।
22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। इस कार्यक्रम में देश की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत कई वीवीआईपी आने वाले हैं। इस कार्यक्रम में आने के लिए हजारों लोगों को निमंत्रण भेजा गया है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सेरेमनी से पहले अयोध्या पहुंची एशियानेट न्यूज टीम ने मेहमानों के स्वागत की तैयारियों का जायजा लिया। आइए जानते हैं कि यदि यदि आपको भी इनविटेशन लेटर मिला है, तो किन बातों का ध्यान रखें?
राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पहले भारत की अर्थव्यवस्था का मजाक उड़ाया जाता था। राममंदिर आंदोलन के साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था में उछाल आना शुरू हुआ।
प्रधानमंत्री की रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी 2024 से 24 जनवरी तक रहने की संभावना है।
अयोध्या में बन रहे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर खुद उन्हें न्यौता देंगे।
राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति के अलावा अन्य पूजनीय देवताओं की मूर्तियां भी होंगी। मंदिर में एक शिवलिंग की स्थापना की जानी है। इसके लिए ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के एक हिस्से से निर्मित नर्मदेश्वर शिवलिंग का चयन किया गया है।
करोड़ों रामभक्तों के लिए एक खुशखबरी है। उम्मीद की जा रही है कि राममंदिर जनवरी, 2024 में जनता के लिए ओपन हो सकता है। सरकार राममंदिर के उद्घाटन की तैयारियों में जुट गई है।
अयोध्या में रामलला के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तारीक सामने आई है। मंत्री सुरेश खन्ना ने ट्वीट कर जानकारी दी कि 22 जनवरी को रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे।