सार

ड्रग्स तस्करी के धंधे में सक्रिय सिंडिकेट्स के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है। टीम ने ड्रग्स के साथ ही पाकिस्तानी नाव में सवार करीब 14 सदस्यों को भी हिरासत में ले लिया है। इन लोगों से एटीएस और एनसीबी पूछताछ कर रही है।

 

Anti Drugs Operation: संदिग्ध पाकिस्तानी नाव में लगभग 86 किलो ड्रग्स पकड़ने में भारतीय तटरक्षक दल ने सफलता पाई है। ड्रग्स की कीमत 600 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। ड्रग्स सिंडिकेट के इस बड़े असाइनमेंट को जब्त कर तटरक्षक दल ने एटीएस, एनसीबी के साथ बड़ी उपलब्धि हासिल की है। ड्रग्स तस्करी के धंधे में सक्रिय सिंडिकेट्स के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है। टीम ने ड्रग्स के साथ ही पाकिस्तानी नाव में सवार करीब 14 सदस्यों को भी हिरासत में ले लिया है। इन लोगों से एटीएस और एनसीबी पूछताछ कर रही है।

एंटी ड्रग्स ऑपरेशन में पकड़े गए संदिग्ध

इंडियन कोस्टल गार्ड्स ने बताया कि एक एंटी ड्रग्स ऑपरेशन को रात में अंजाम दिया गया। ऑपरेशन एक खुफिया इनपुट के आधार पर किया गया। कोस्टल गार्ड्स को यह जानकारी मिली थी कि ड्रग्स की एक बड़ी खेप भारत पहुंचने वाली है। इंडियन कोस्टल गार्ड्स, एटीएस और एनसीबी की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन में एक संदिग्ध पाकिस्तानी नाव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल किया गया। जांच के दौरान काफी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुआ। टीम ने नाव पर सवार 14 लोगों को हिरासत में ले लिया। ड्रग्स करीब 86 किलोग्राम था। इसकी कीमत करीब 600 करोड़ रुपये आंकी गई है।

राजरतन जहाज की प्रमुख भूमिका

इस एंटी ड्रग ऑपरेशन में शामिल प्रमुख जहाजों में तटरक्षक जहाज राजरतन की भी प्रमुख भूमिका थी। एनसीबी और एटीएस के अधिकारी राजरतन पर ही सवार थे। तटरक्षक दल ने बताया कि टीम में विशेषज्ञ भी पहले से मौजूद थे। जब पाकिस्तानी नाव को पकड़ा गया तो उसे कब्जे में लेकर वहीं पर जांच कर ड्रग्स की टेस्टिंग कर ली गई। इसके बाद उसे जब्त करने के साथ आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया। जब्त की गई पाकिस्तानी नाव को चालक दल सहित आगे की जांच के लिए पोरबंदर लाया जा रहा है।

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