स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन की खबर सुनते ही फैंस का दिल टूट गया है। वे काफी दुखी और आहत हैं। फैंस उन्हें अलग-अलग तरीके से याद कर रहे हैं। ट्विटर पर फैंस दीदी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का निधन हो गया है. भारत रत्न' से सम्मानित वेटरन गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं। आज हम आपको लता से जुड़े कई अनसुने किस्सों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें शायद ही आपने पहले सुना हो.
Lata mangeshkar passes away : संगीत के प्रति लता मंगेशकर का प्यार ही था कि इस उम्र में भी भी संगीत से जुड़े कोई भी आयोजन हों, वह लोगों को प्रेरणा देती थीं। 31 अक्टूबर को लता मंगेशकर ने मोदी सरकार द्वारा आयोजित देशभक्ति गीत लेखन प्रतियोगिता की तारीफ की थी। उन्होंने लोगों को इसके लिए प्रेरित भी किया था।
Laya mangeshkar no more : लता मंगेशकर कहती थीं - मैंने हमेशा जीवन से प्यार किया है, चाहे मेरी यात्रा में कितने भी उतार-चढ़ाव आए हों। आज जब उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा तो लोगों के दिलों में उनके प्रति प्यार और श्रद्धा उमड़ पड़ी। उनका अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी उनके अंतिम दर्शन करने मुंबई जाएंगे।
ऐ मेरे वतन के लोगों...इस गीत को लिखे जाने के पीछे बेहद रोचक किस्सा है। देश में लोग 1962 की चीन से भारत की हार को लेकर गमजदा थे। कवि प्रदीप ने सोचा कि कोई ऐसा गीत लिखा जाए जो देशवासियों का आत्मविश्वास फिर से जगा दे।
भारत रत्न और सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का रविवार को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। वे कोरोना पॉजिटिव आने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी। यहां कोरोना और उसके निमोनिया का 29 दिन तक इलाज चला।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख प्रकट किया है। इसी के साथ गोरखपुर से सांसद रवि किशन ने इसे सिनेमा और संगीत जगत के लिए बड़ी क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि आज हम सब अनाथ हो गए हैं। उन्होंने इस दिन को काला दिन बताया है।
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का बचपन गरीबी और संघर्ष में बचपन बीता, जिसकी वजह से वह पढ़ाई नहीं कर पाईं। हालांकि, 6 बड़े विश्वविद्यालयों ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा। लता जी पर एक किताब लिखी गई है लता मंगेशकर इन हर ओन वॉयस।
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को कम उम्र में ही फिल्मों में सिंगिंग करनी पड़ी और थिएटर में काम करना पड़ा। लता मंगेशकर ने अपने जीवन में करीब 30 हजार गाने गाए और दस फिल्मों में काम किया। इसमें बड़ी मां, जीवन यात्रा और मंदिर जैसी फिल्मों के नाम शामिल हैं।
लता दीदी ने अपनी आवाज के जरिए देश के वीर जवानों के साहस और पराक्रम को बयां किया है। उनके गाये अमर गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' को सुनकर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के भी आंखों में आंसू आ गए थे। वहीं पीएम मोदी भी भाव-विभोर हो गए थे।