पूरे गांववालों के रजामंदी और मौजूदगी में बकायदा गाजे बाजे और आदिवासी रीति रिवाज के साथ यह विवाह संपन्न कराया गया। जबकि हिन्दू मैरिज एक्ट में ऐसी शादी कानूनन अपराध है, पुलिस अभी इस मामले में चुप है, क्योंकि पुलिस को इस मामले में अभी तक कोई फरियाद या शिकायत दर्ज नहीं मिली है।