चंद्र कैलेंडर के अनुसार, इस समय पौष मास और सूर्य कैलेंडर के अनुसार खर मास चल रहा है। पौष मास 17 जनवरी तक और खर मास 14 जनवरी तक रहेगा। इसके पहले इस महीने में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। साथ ही इस दौरान दान-पुण्य का भी विशेष महत्व रहेगा।
3 जनवरी, सोमवार से पौष महीने का शुक्ल पक्ष प्रारंभ हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र में इसका विशेष महत्व है क्योंकि शुक्ल पक्ष शुरू होते ही चंद्रमा की आकार बढ़ने लगता है, इसलिए ये समय शुभ कार्य के लिए अच्छा माना जाता है। पौष मास का शुक्ल पक्ष 17 जनवरी, सोमवार तक रहेगा।
अगहन महीने का शुक्लपक्ष 5 दिसंबर, रविवार से शुरू हो चुका है, जो 19 दिसंबर तक रहेगा। तिथियों की घट-बढ़ होने के बावजूद ये पखवाड़ा 15 दिनों का ही रहेगा। मार्गशीर्ष महीने के शुक्लपक्ष में तीज-त्योहारों के 6 दिन रहेंगे। साथ ही इस दौरान खर मास भी शुरू हो जाएगा।
हिंदू कैलेंडर का नया महीना आषाढ़ 25 जून से शुरू हो चुका है, जो 24 जुलाई तक रहेगा। इस महीने में भड़ली नवमी और देवशयनी एकादशी जैसे बड़े व्रत और पर्व रहेंगे।
वैशाख मास हिंदू कैलेंडर का दूसरा महीना होता है, जो इस बार 28 अप्रैल से 26 मई तक है। इसमें भगवान विष्णु और शिवजी की विशेष पूजा की परंपरा है साथ ही पूरे महीने व्रत और उपवास रखे जाते हैं।
27 फरवरी तक हिंदू पंचांग का 11वां महीना माघ रहेगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार माघ महीने में भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा खासतौर पर करनी चाहिए। फरवरी 2021 में मनाएं जाएंगे वसंत पंचमी और गुप्त नवरात्रि पर्व, आगे जानिए फरवरी 2021 में किस दिन कौन-सा पर्व मनाया जाएगा और उनका महत्व
पर्वों और दान-पुण्य का सबसे बड़ा महीना कार्तिक मास इस बार 1 नवंबर, रविवार से शुरू हो रहा है, जो 30 नवंबर, सोमवार को समाप्त होगा। इस महीने में 14 दिन पर्व, त्योहार और व्रत रहेंगे।
इस बार अश्विन महीने की शुरुआत 2 सितंबर से हो चुकी है, जो कि 31 अक्टूबर तक रहेगा। इस बार ये महीना 30 नहीं बल्कि 60 दिन का रहेगा। इस वजह से इन दिनों 2 की जगह 4 एकादशी व्रत होंगे और 1 की बजाय 2 पूर्णिमा आएंगी।
सावन माह के अंतिम 15 दिनों में यानी 20 जुलाई से 3 अगस्त तक कई बड़े पर्व आ रहे हैं, इन त्योहारों पर ज्योतिष के दुर्लभ योग भी बनेंगे। साथ ही, इनमें 7 दिन कई शुभ मुहूर्त भी हैं। इन मुहूर्त में किसी भी शुभ काम की शुरुआत की जा सकती है।
जून 2020 में कई खास पर्व आएंगे। इस माह में 5 जून तक ज्येष्ठ मास खत्म होगा और 6 जून से आषाढ़ माह शुरू हो जाएगा।