कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चतुर्दशी कहते हैं। इस दिन बैकुंठाधिपति भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस बार यह पर्व 29 नवंबर, रविवार को है।
नौ दिवसीय अनुष्ठान के अंतर्गत नवरात्र के पहले दिन गोरक्षपीठाधीश्वर गोरखनाथ मंदिर स्थित शक्तिपीठ में कलश स्थापित करते हैं। इसके पहले कलश यात्रा निकाली जाती है और परिसर स्थित भीम सरोवर का जल कलश में भरा जाता है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कलश स्थापना के दायित्व का निर्वहन करते हैं।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग क्षरण के मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने महाकाल मंदिर में पंचामृत पूजन पर रोक के साथ ज्योतिर्लिंग को घिसने और रगड़ने पर भी प्रतिबंध लगाया। इसके अलावा कोर्ट ने महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को निर्देश दिए हैं।
3 अगस्त को श्रावण मास का अंतिम दिन है। इस दिन सोमवार का योग बन रहा है। इस बार श्रावण मास का आरंभ भी सोमवार से ही हुआ था और समापन भी सोमवार को ही रहा है।
महाभारत के अनुसार पांडवों और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य का पुत्र अश्वत्थामा काल, क्रोध, यम व भगवान शंकर के सम्मिलित अंशावतार थे।
इस बार 6 जुलाई, सोमवार से भगवान शिव का प्रिय मास सावन शुरू हो रहा है। इस पूरे महीने में शिव पूजा का विशेष महत्व है।
आज से सावन का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। आज पहले सोमवार को देशभर में शिवमंदिरों पर भक्तों की भीड़ उमड़ी। हालांकि, कोरोना वायरस के चलते प्रशासन ने खास सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महेश नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 31 मई, रविवार को है।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 5 मई, मंगलवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 20 अप्रैल को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।