महाभारत के अनुसार पांडवों और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य का पुत्र अश्वत्थामा काल, क्रोध, यम व भगवान शंकर के सम्मिलित अंशावतार थे।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में अनेक साधु-संत आए हैं। इनमें से कई साधु अपने स्वरूप व विशेषता के कारण लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। भगवान शिव का गुणगान करने वाले जंगम जोगी भी उन्हीं में से एक हैं।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 8 जनवरी को पौष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
इस बार 21 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र होने से सोम पुष्य का शुभ योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये नक्षत्र शुभ फल देने वाला माना गया है।
भगवान शिव का स्वरूप अन्य देवताओं से बहुत अलग है। उनसे जुड़ी ऐसी अनेक बातें हैं, जिनमें लाइफ मैनेजमेंट के सूत्र छिपे हैं।
कुछ मंत्र ऐसे हैं, जिनके जाप से महादेव बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्त की हर इच्छा पूरी देते हैं।
Champa Shashti 2022: हर महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई व्रत-उपवास किए जाते हैं, चंपा षष्ठी भी इनमें से एक है। इस बार ये पर्व 29 नवंबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन शिव पुत्र कार्तिकेय की पूजा का भी विधान है।
वैसे तो पूरा श्रावण मास ही भगवान शिव को प्रिय है, लेकिन इस महीने में आने वाले सोमवार पर शिव पूजा करने का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार 25 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार है।