Maha Shivratri 2024: 8 मार्च, शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर्व है। इस दिन भगवान शिव की पूजा का महत्व है। इस पर्व पर ग्रह-नक्षत्रों के संयोग से कई शुभ योग बनेंगे, जिसका असर सभी राशि के लोगों पर होगा। जानें राशिफल
Kaal bhairav jayanti 2023: इस बार कालभैरव अष्टमी का पर्व 5 दिसंबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इसे कालभैरव जयंती भी कहते हैं। कालभैरव भगवान शिव के प्रमुख अवतारों में से एक है। इनके अनेक मंदिर हमारे देश में स्थित है।
मुरादाबाद जिले में एक खेत से भगवान शिव की प्राचीन मूर्ति निकलने का मामला सुर्खियों में है। यह मूर्ति एक किसान अपने घर लेकर चला गया था। हालांकि बाद में उसे जब्त कर लिया गया।
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक मुस्लिम लड़के की प्रेम कहानी चर्चा का विषय बनी हुई है। शबाना नामक युवती ने अपने प्रेमी अरविंद से हिंदू-रीति रिवाज के हिसाब से प्रेम विवाह कर लिया। यही नहीं, शबाना ने मर्जी से धर्म बदलकर अपना नाम शिवानी रख लिया है।
Sawan Shivratrai Mantra: इस बार सावन शिवरात्रि का पर्व 15 जुलाई, शनिवार को है। इस दिन की गई शिव पूजा का फल कई गुना होकर मिलता है, ऐसा धर्म ग्रंथों में लिखा है। इस दिन यदि शिवजी को कुछ मंत्रों का जाप विधि-विधान से कर लिया जाए तो किस्मत चमक सकती है।
भगवान भोलेनाथ को भांग बहुत पसंद होती है। ऐसे में सावन के महीने में अगर आप भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भांग के कुछ व्यंजन बनाना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं पांच स्पेशल डिश।
Adi Shankaracharya Jayanti 2023: हमारे देश में अनेक महापुरुष हुए जिन्होंने हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार में महती भूमिका निभाई। आदि गुरु शंकराचार्य भी इनमें से एक थे। इन्हें भगवान शिव का अवतार भी कहते हैं। इनकी जयंती 25 अप्रैल, मंगलवार को है।
Hartalika Teej 2022 Katha: हरतालिका तीज महिलाओं के प्रिय त्योहारों में से एक है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं यानी दिन भर कुछ भी खाती-पीती नहीं है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें इस व्रत का बहुत ही बेसब्री से इंतजार रहता है।
इन दिनों भगवान शिव का प्रिय सावन मास (Sawan 2022: चल रहा है। वैसे तो ये पूरा महीना ही भगवान शिव को प्रिय है, लेकिन इस महीने में आने वाले सोमवार शिव पूजा के लिए बहुत खास माने जाते हैं।
इस अनोखे फूल का नाम शिवलिंगी है, जो भगवान भोलेनाथ बहुत प्रिय है, कहा जाता है कि इसे चढ़ाते ही कई मनोकामना पूरी हो जाती हं। इसकी खासियत यह है कि ये फूल 12 साल में एक बार खिलता है। जो कई बीमारियों के लिए दवाई का काम करता है।