धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवताओं के गुरु बृहस्पति हैं। इसलिए इन्हें देवगुरु भी कहा जाता है। इनसे संबंधित अनेक कथाएं पुराणों में पढ़ने को मिलती हैं। बृहस्पति ब्रह्माजी के मानस पुत्र महर्षि अंगिरा के सबसे पहले पुत्र बताए गए हैं। इनके दो अन्य भाइयों के नाम उतथ्य और संवर्त है।