यूपी चुनाव को लेकर नेताओं की सभाएं लगातार जारी है। इसी कड़ी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र के दुद्धी में जनता को संबोधित किया। इस दौरान वह सपा और बसपा पर जमकर हमलावर दिखे। इसी के साथ उन्होंने प्रदेश सरकार की तमाम योजनाओं से भी जनता को अवगत करवाया।
हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर देर रात एक जंगली हाथी पहुंच गया। वह रेलवे लाइन के रास्ते चलते-चलते स्टेशन आया था। हाथी प्लेटफॉर्म नंबर छह पर एक तरफ से आया और तेजी से चलते हुए दूसरी ओर निकल गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमीरपुर में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 के पहले यही राशन SP के गुर्गे खा जाते थे या बहनजी का हाथी डकार जाता था। बहनजी के हाथी का पेट इतना बड़ा है कि पूरे उत्तर प्रदेश के गरीबों का राशन उसमें समा जाए।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बबेरू में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले चरण में जनता ने इतना अधिक वोट दिया है कि साइकिल उड़कर सैफई पहुंच गई है। हाथी का कहीं पता ही नहीं लगा। हाथ का पंजा वाली कांग्रेस के पास फोटो खिंचाने वाले लोग तक नहीं।
कभी-कभी हम हम किसी की आधी-अधूरी बात सुनकर बहस करने लगते हैं। खुद को सही साबित करने में लगे होते हैं, जबकि एक सिक्के के कई पहलू होते हैं। हो सकता है कि हमने सिर्फ एक ही पहलू देखा हो। सच को पूरा जानने के लिए दूसरे पहलू को भी देखना जरूरी होता है।
2007 में बसपा की पूर्ण बहुमत की आंधी में मायावती की सरकार बनी। फिर भी जिले से दो विधायक ही विधानसभा की कुर्सी पर बैठ सके। फिर बाद के चुनाव में प्रत्याशी केवल संघर्ष करते रहे। धीरे- धीरे कार्यकर्ता भी कम होते गए। अब संगठन अपनी पुरानी धमक बनाने के लिए जूझ रहा है। इस बार के चुनाव में यह दल कुछ नया चमत्कार दिखा पाएगा। इस बात को लेकर सियासी जानकर इंतजार की मुद्रा में है।
हम कई बार अपने जीवन में नकारात्मक सोच रूपी रस्सी से बंध जाते हैं। जीवन में किसी काम में प्राप्त हुई असफ़लता को हम मष्तिष्क में बिठा लेते हैं और यकीन करने लगते हैं कि एक बार किसी काम में असफ़ल होने के बाद उसमें कभी सफ़लता प्राप्त नहीं होगी।
जीवन में परेशानियों का आना-जाना लगा रहता था। कुछ लोग परेशानियों से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं तो कुछ इसे भाग्य के भरोसे छोड़ देते हैं। कई बार ऐसी स्थिति भी बन जाती है कि एक साथ की परेशानी हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती है।
बता दें कि शिक्षक भंवरलाल शर्मा अरवड़ के सरकारी स्कूल में पिछले 20 साल से अपनी सेवाएं दे रहे थे। टीचर के प्रति ग्रामीणों में इतना प्रेम था कि पूरे गांव के बच्चे उनको अपना आर्दश मानते थे। उनसे गांव के हर बच्चे ने शिक्षा ली है। वह किताबी ज्ञान के साथ-साथ छात्र को जिंदगी में आने वाली परेशानियों से निपटने के बारे में भी बताते थे।
खाने की तलाश में जंगलों से गांवों की ओर आकर उत्पात मचाते हाथियों की खबरें कोई आम नहीं है। लेकिन यह वीडियो हाथियों के रौद्र रूप को दिखाता है। यही वीडिया असम का है। यहां हाथी ने एक 30 व्यक्ति शख्स को दौड़ा-दौड़ाकर कुचला। व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।