सार
इस बार 26 अप्रैल, रविवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया है। इस तिथि को ही अक्षय तृतीया और आखातीज भी कहते हैं। भारतीय कालगणना के अनुसार चार श्रेष्ठ सिद्ध मुहूर्त हैं, उनमें से एक अक्षय तृतीया भी है। अक्षय का अर्थ जिसका कभी क्षय ना हो, जो हमेशा रहे।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार अक्षय तृतीया की तिथि विवाह आदि शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ मानी गई है। हमारे देश में हजारों विवाह इस तिथि पर होते हैं। अगर आपकी शादी भी इसी तिथि पर हुई है तो यहां जानिए राशि अनुसार पति-पत्नी से जुड़ी खास बातें…
अक्षय तृतीया पर विवाह करना होता है बहुत शुभ
पं. शर्मा के मुताबिक शास्त्रों में लिखा है कि वैशाखे तथा ज्येष्ठे पतिउत्यंतवल्लभा। यानी वैशाख मास में विवाह करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम हमेशा बना रहता है। इसी कारण मान्यता है कि जिन लोगों की शादी इस तिथि पर होती है, उनका बंधन अक्षय होता है यानी सात जन्मों के लिए होता है। अब जानें राशि अनुसार खास बातें...
मेष- इस राशि के लोगों का विवाह इस दिन होने से वैवाहिक जीवन हमेशा सुखी रहता है। संतान सुख जल्दी मिल सकता है। विवाह के बाद भाग्योदय हो सकता है।
वृषभ- इस तिथि पर विवाह करने से वृषभ राशि के लोगों को सुख-सुविधाएं और ऐश्वर्य मिलता है। पति-पत्नि के बीच बड़े वाद-विवाद नहीं होते हैं और संतान भी सुखी रहती है।
मिथुन- अक्षय तृतीया पर विवाह करने से इनका जीवन श्रेष्ठ बना रहता है। विवाह के बाद जमीन-जायदाद में वृद्धि होती है। इन लोगों की संतान विद्वान होती है।
कर्क- नौकरी हो या व्यापार विवाह के बाद इनकी तरक्की होती है। संतान शुभ लक्षण वाली होती है। वैवाहिक जीवन सुखी होता है।
सिंह- शादी के बाद सभी सुख-सुविधाएं मिलती हैं। धन-धान्य में वृद्धि होती है। संतान समाज में मान-सम्मान बढ़ाने वाली होती है। परिवार में इनकी जोड़ी श्रेष्ठ कहलाती है।
कन्या- पति-पत्नी के बीच प्रेम हमेशा बना रहता है। दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। संतान की वजह से समाज में सम्मान मिलता है।
तुला- शादी के बाद इस राशि के लोगों की वजह से पूरा परिवार सुखी बनता है। पति-पत्नी के बीच परस्पर प्रेम रहता है। संतान का सुख जल्दी मिलता है।
वृश्चिक- इन लोगों को जीवन साथी से भरपूर प्रेम मिलता है। संतान श्रेष्ठ होती है। इनके स्वर्ण आभूषणों में बढ़ोतरी होती रहती है।
धनु- इस दिन विवाह करने से भाग्योदय हो सकता है। संतान कुल का नाम रोशन करने वाली होती है। पति-पत्नी के बीच विवाद नहीं होते।
मकर- इस दिन विवाह होने से दंपत्ति के बीच विवाद होने की संभावनाएं काफी कम रहती हैं। संतान शुभ लक्षणों वाली होती है। विवाह के बाद तरक्की होती है।
कुंभ- इस दिन शादी करने से श्रेष्ठ संतान प्राप्त होती है, जो कि बहुत अध्ययन करने वाली और धनवान होती है। इनका दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
मीन- शादी के बाद धार्मिक भावनाएं बढ़ती हैं। संतान भी धार्मिक होती है। पति-पत्नी के बीच विवाद होने की संभावनाएं बहुत कम रहती हैं।