सार
माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 5 फरवरी, बुधवार को है। हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत ही पवित्र माना गया है।
उज्जैन. मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से पापों का नाश होता है और हर मनोकामना पूरी होती है। धर्म ग्रंथों में इस तिथि पर कुछ विशेष काम न करने की बात कही गई है। ये काम कौन से हैं, जानिए-
1. पान न खाएं
पान खाने से मन में रजोगुण की प्रवृत्ति बढ़ती है। इसलिए एकादशी पर पान खाने से बचना चाहिए।
2. रात में न सोएं
एकादशी की रात को सोना नहीं चाहिए। पूरी रात जागकर भगवान विष्णु की भक्ति करनी चाहिए।
3. जुआं न खेलें
जुआं एक सामाजिक बुराई है, इसलिए सिर्फ एकादशी ही नहीं अन्य दिनों में भी जुआं नहीं खेलना चाहिए।
4. दातून न करें
धर्म ग्रंथों के अनुसार, एकादशी पर दातून (टूथ ब्रश) भी नहीं करना चाहिए।
5. दूसरों की बुराई न करें
दूसरों की बुराई करने से मन में कटु भाव आ सकते हैं। इसलिए इस दिन किसी की बुराई न करें।
6. किसी की चुगली न करें
चुगली करने से सम्मान में कमी आती है। इसलिए एकादशी ही नहीं अन्य दिनों में किसी की चुगली न करें।
7. चोरी न करें
ग्रंथों में चोरी को बहुत ही बुरा माना गया है। इसलिए एकादशी ही नहीं अन्य दिनों में भी चोरी नहीं करनी चाहिए।
8. हिंसा न करें
एकादशी पर किसी भी प्रकार की हिंसा न करें, न ही हिंसा से संबंधित कोई विचार मन में लाएं।
9. स्त्री संग न करें
एकादशी बहुत ही पवित्र तिथि है। इस दिन स्त्री संग न करें। न ही इस प्रकार के विचार मन में लाएं।
10. गुस्सा न करें
एकादशी के दिन किसी पर क्रोध न करें। किसी से कोई गलती भी हो जाए तो माफ कर दें।
11. झूठ न बोलें
जो लोग झूठ बोलते हैं, उन्हें कभी मान-सम्मान नहीं मिलता। इसलिए एकादशी पर झूठ न बोलें।