सार

इस बार 2 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। इस दिन घर-घर में भगवान श्रीगणेश की मूर्ति स्थापित की जाती है और पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है।

उज्जैन. गणेश चतुर्थी में 10 दिनों तक रोज अलग-अलग भोग लगाकर प्रार्थना की जाती है जिससे श्रीगणेश हमारे सभी संकट दूर करेंगे। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, इन 10 दिनों में हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये काम इस प्रकार हैं...

1) गणेशजी की स्थापना से लेकर विसर्जन तक (10 दिन) घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। गंदगी न करें। जिस स्थान पर गणेश प्रतिमा हो, वहां विशेष रूप से सफाई करें।

2) 10 दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करें यानी पत्नी के साथ संबंध न बनाएं।

3) किसी पर क्रोध न करें। संयम से काम लें। किसी से झूठ न बोलें।

4) घर में नॉनवेज न पकाएं और न ही शराब पिएं।

5) जब तक भगवान श्रीगणेश घर में स्थापित रहें, तब तक घर पर ताला न लगाएं। कोई न कोई सदस्य घर में जरूर रहे।

6) संभव हो तो लहसुन और प्याज का इस्तेमाल भी भोजन में न करें।

7) कोई ऐसी चीज घर में न लाएं, जिससे घर की पवित्रता भंग हो।

8) अपवित्र अवस्था में भगवान श्रीगणेश की पूजा न करें।