सार
हमारे धर्म शास्त्रों में श्राद्ध पक्ष में कुछ कामों के लिए मनाही है, वहीं कुछ बातें जरूरी बताई गई हैं
उज्जैन(Ujjain). श्राद्ध पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान आदि किए जाते हैं। हमारे धर्म शास्त्रों में श्राद्ध पक्ष के लिए कई नियम भी बताए गए हैं। इन नियमों में कुछ कामों के लिए मनाही है, वहीं कुछ बातें जरूरी बताई गई हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि श्राद्ध में कौन से काम नहीं करने चाहिए।
1. श्राद्ध पक्ष में बॉडी मसाज या तेल की मालिश नहीं करवानी चाहिए। इन दिनों पान भी नहीं खाना चाहिए।
2. श्राद्ध पक्ष के दौरान क्षौर कर्म यानी बाल कटवाना, शेविंग करवाना या नाखून काटना आदि की भी मनाही है।
3. धर्म ग्रंथों के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में स्त्री समागम नहीं करना चाहिए। इस विषय पर सोचना भी नहीं चाहिए।
4. किसी दूसरे के घर पर श्राद्ध नहीं करना चाहिए। नदी, पर्वत, तीर्थ आदि पर श्राद्ध कर सकते हैं।
5. श्राद्ध के दौरान चना, लहसुन, प्याज, काले उड़द, काला नमक, राई, सरसों आदि नहीं खाना चाहिए।
6. वायु पुराण के अनुसार श्राद्ध पक्ष में मांसाहार व शराब से बचना चाहिए, नहीं तो पितृ नाराज हो जाते हैं।
7. लोहे के आसन पर बैठकर श्राद्ध कर्म नहीं करना चाहिए। रेशमी, कंबल, लकड़ी, कुशा आदि के आसन श्रेष्ठ हैं।