सार

इस बार शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) का पर्व 7 से 14 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस बार तिथि क्षय होने के कारण नवरात्रि 9 नहीं बल्कि 8 दिनों की होगी।

उज्जैन. ज्योतिषियों के अनुसार, तृतीया तिथि 9 अक्टूबर को सुबह 7.49 बजे समाप्त हो जाएगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि प्रारंभ होगी जो 10 अक्टूबर को प्रात: 4.56 बजे तक रहेगी। चूंकि चतुर्थी तिथि दोनों ही दिन सूर्योदय के समय नहीं रहेगी इसलिए इसका क्षय हो गया है। इस कारण नवरात्र नौ दिनों की जगह आठ दिनों का ही रह गया है।

जानिए किस दिन कौन-सा शुभ योग बनेगा
7 अक्टूबर- घट स्थापना, मां शैलपुत्री पूजन, अग्रसेन जयंती, चंद्रदर्शन
8 अक्टूबर- मां ब्रह्मचारिणी पूजन, रवियोग सायं 7.01 से, वक्री बुध हस्त में
9 अक्टूबर- मां चंद्रघंटा और मां कुष्मांडा पूजन, विनायक चतुर्थी, रवियोग सायं 4.48 तक
10 अक्टूबर- स्कंदमाता पूजन, ललिता पंचमी, सूर्य चित्रा में, रवियोग सायं 6.46 से
11 अक्टूबर- मां कात्यायनी पूजन, मंगल चित्रा में, शनि मार्गी
12 अक्टूबर- मां कालरात्रि पूजन, रवियोग प्रात: 11.26 तक
13 अक्टूबर- दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजन
14 अक्टूबर- महानवमी, मां सिद्धिदात्री पूजन, नवरात्र उत्थापन

इन बातों का रखें ध्यान…

- अगर आपने घर पर कलश स्थापना की है या अखंड ज्योति जलाई है तो पूरे 9 दिनों तक घर को खाली छोड़कर नहीं जाना चाहिए।
- नवरात्रि में प्याज और लहसुन का उपयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इन्हें तामसिक भोजन की श्रेणी में गिना जाता है।
- नवरात्रि व्रत के समय शारीरिक संबंध बनाने से भी व्रत का फल नहीं मिलता है। इस समय ब्रह्मचर्य पालन करना चाहिए।
- नवरात्रि के दौरान मांस, मछ्ली और शराब के सेवन से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
- इस दौरान क्षौर कर्म यानी बाल या दाढ़ी (शेविंग) नहीं कटवाना चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता।
- नवरात्रि के दिनों में शांत भाव में माता की पूजा व आराधना करनी चाहिए। इससे हमें नई ऊर्जा मिलती है।

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