सार

इस बार 21 फरवरी, शुक्रवार को महाशिवरात्रि है। इस दिन भगवान शिव के सार्थ देवी पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए।

उज्जैन. महाशिवरात्रि पर पति-पत्नी एक साथ शिव-पार्वती की पूजा करेंगे तो उनके वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर हो सकती हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्‌ट से जानिए महाशिवरात्रि पर किसी विधि से पति-पत्नी को शिव-पार्वती की पूजा करनी चाहिए-

- महाशिवरात्रि की सुबह स्नान आदि करने के बाद पति-पत्नी शिव-पार्वती के सामने पूजा करने का संकल्प करें। किस मनोकामना के लिए वे ये पूजा कर रहे हैं, मन ही मन वो भी बोलें।
- घर में मंदिर में या किसी अन्य मंदिर में शिव-पार्वती की पूजा का प्रबंध करें। पत्नी को पति के बाएं हाथ की ओर बैठना चाहिए।
- शिव-पार्वती की पूजा से पहले गणेशजी का पूजन करें। गणेशजी को स्नान कराएं। वस्त्र अर्पित करें। गंध, हार-फूल, चावल, प्रसाद, जनेऊ आदि चीजें चढ़ाएं।
- गणेश पूजा के बाद शिव-पार्वती की पूजा करें। सर्वप्रथम शिव-पार्वती की प्रतिमा का शुद्ध जल से अभिषेक करें। या शिवलिंग को स्नान कराएं।
- इसके बाद पंचामृत से और फिर पुन: जल से स्नान कराएं। पंचामृत दूध, दही, घी, मिश्री और शहद मिलाकर बनाएं।
- शिव-पार्वती को वस्त्र अर्पित करें। वस्त्रों के बाद फूल चढ़ाएं। भगवान को चंदन से तिलक करें। माता पार्वती को कुमकुम से तिलक करें।
- इसके बाद भगवान को धतूरा, चावल, आंकड़े के फूल, बिल्वपत्र, जनेऊ, प्रसाद के लिए फल, दूध, मिठाई, नारियल, पंचामृत, सूखे मेवे, मिश्री, पान, आदि चढ़ाएं।
- अब धूप-दीप जलाएं। भगवान की आरती करें। आरती में कर्पूर भी जलाएं। शिवलिंग की आधी परिक्रमा करें।
- अंत में पूजा में हुई भूल के लिए क्षमा याचना करें। पूजा के बाद प्रसाद अन्य भक्तों में वितरित करें और स्वयं भी ग्रहण करें।