बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए लगाते हैं काला टीका, जानिए इस बारे में क्या कहता है विज्ञान?

हम बचपन से ही एक शब्द सुनते आ रहे हैं- नजर लगना। ऐसी मान्यता है कि यदि किसी बच्चे को नजर लग जाए तो उसकी तबियत खराब हो जाती है या फिर वह थोड़ा अनमना-सा हो जाता है। 

Asianet News Hindi | Published : May 29, 2020 6:45 PM IST

उज्जैन. कुछ लोग नजर लगने को सिर्फ एक वहम मानते हैं। जबकि नजर लगना कोई मन का वहम नहीं बल्कि एक वैज्ञानिक क्रिया है। जानिए क्या है नजर लगने का वैज्ञानिक कारण-
- हमारे शरीर में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स होती हैं। इनमें किसी प्रकार की बाधा आने पर शरीर पैरालिसिस का शिकार हो जाता है। अत: शरीर की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स का नजर लगने से सीधा संबंध है।
- बड़ों की तुलना में बच्चों को अधिक नजर लगती है, क्योंकि बच्चों का शरीर कोमल होता है तथा उनके शरीर में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पॉवर बड़ों की तुलना में कम होती है।
- यदि कोई व्यक्ति बच्चों को एकटक देखता है तो उसकी नजरों की ऊर्जा बच्चे की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स को प्रभावित करती है, जिसके कारण बच्चा अनमना या बीमार हो जाता है।
- दूसरों के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स से बचाने के लिए बच्चों को काला टीका लगाया जाता है या काला धागा पहनाया जाता है। काला टीका या काले धागे के पीछे भी वैज्ञानिक कारण हैं।
- काला रंग दूसरों को ईलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स से बच्चे को बचाता है क्योंकि ये ऊर्जा का अवशोषक है। इससे बच्चे की वेव्स डिस्टर्ब नहीं होती। इसलिए बच्चों को काला टीका या काला धागा पहनाया जाता है।

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