Aaj Ka Panchang: 15 जुलाई, शनिवार को प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग रहेगा। साथ ही वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:13 से 10:53 तक रहेगा।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत और कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। इस बार सावन में ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है कि ये दोनों ही एक ही दिन यानी 15 जुलाई, शनिवार को किए जाएंगे। इन दोनों व्रतों में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
15 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 15 July 2023)
15 जुलाई 2023, दिन शनिवार को सावन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि रात 08.32 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्दशी तिथि रात अंत तक रहेगी। शनिवार को प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग रहेगा। साथ ही वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:13 से 10:53 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
शनिवार को चंद्रमा वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, सूर्य मिथुन राशि में, बुध कर्क राशि में, मंगल और शुक्र सिंह राशि में, केतु तुला राशि में रहेंगे। शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। पूर्व दिशा में यात्रा करना पड़े तो अदरक, उड़द या तिल खाकर घर से निकलें।
15 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- श्रावण
पक्ष- कृष्ण
दिन- शनिवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- मृगशिरा
करण- गर और वणिज
सूर्योदय - 5:54 AM
सूर्यास्त - 7:11 PM
चन्द्रोदय - Jul 15 3:22 AM
चन्द्रास्त - Jul 15 5:34 PM
अभिजीत मुहूर्त - 12:06 PM – 12:59 PM
अमृत काल - 02:52 PM – 04:36 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:17 AM – 05:05 AM
15 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 2:12 PM – 3:52 PM
कुलिक - 5:53 AM – 7:33 AM
दुर्मुहूर्त - 07:40 AM – 08:33 AM
वर्ज्यम् - 09:35 AM – 11:20 AM
ये भी पढ़ें-
Sawan Shivratri 2023: क्या है महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि में अंतर, क्या जानते हैं आप?
इस शिव मंदिर में मारे गए थे हजारों बेगुनाह, इसके रहस्य आज भी ‘अनसुलझे’
कौन-सा है वो श्रापित ग्रंथ, जिसे पढ़ने वाला मर गया या पागल हो गया!
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।