1 जनवरी से सड़कों पर नहीं दौड़ा पाएंगे 10 साल पुराने डीजल वाहन, ये प्रदेश सरकार कर रही रजिस्ट्रेशन रद्द

पंजीकरण रद्द किए जाने वाले वाहनों को NOC जारी किया जाएगा इसके जरिए वाहन चालक अपने वाहन को राज्यों में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। वहीं Delhi Transport Department ने ये भी स्पष्ट किया है कि 15 साल या उससे अधिक पुराने डीजल वाहनों को किसी तरह की एनओसी जारी नहीं की जाएगी। 

Asianet News Hindi | / Updated: Dec 17 2021, 12:35 AM IST

ऑटो डेस्क, Registration of 10 year old diesel vehicles will be canceled : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वाहन चालकों को बड़ा झटका लगा है। केजरीवाल सरकार 10 साल से पुराने डीजल वाहनों का पंजीकरण रद्द करने जा रही है। शासन निर्देशानुसार साल 2022 की पहली तारीख को यानि 1 जनवरी को 10 साल पूरे करने वाले सभी डीजल वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा।

सरकार ने दिया विकल्प
हालांकि सरकार ने वाहन चालकों को फौरी तौर पर राहत भी दी है, पंजीकरण रद्द किए जाने वाले वाहनों को NOC  जारी किया जाएगा इसके जरिए वाहन चालक अपने वाहन को राज्यों में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। वहीं Delhi Transport Department ने ये भी स्पष्ट किया है कि 15 साल या उससे अधिक पुराने डीजल वाहनों को किसी तरह की एनओसी जारी नहीं की जाएगी। 

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नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश का दिया हवाला
दिल्ली परिवहन विभाग स्पष्ट किया है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का ( National Green Tribunal ) आदेश का पालन करते हुए विभाग ने सबसे पहले अगले साल 1 जनवरी को दिल्ली में उन सभी डीजल वाहनों का रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया जाएगा जिन्होंने उस तारीख को 10 साल पूरे कर लिए हैं या पूरे करने जा रहे हैं।

इलेक्ट्रिक व्हीकल में बदल सकते हैं पुराना वाहन
सरकार ने स्पष्ट  किया है कि 10 या 15 साल पुराने वाहनों को इलेक्ट्रिक व्हीकल में बदला जा सकता है। Delhi Transport Department के आदेश में  कहा है कि डीजल वाहनों के मालिकों के पास 10 साल पुराने डीजल या 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों को ईवी व्हीकल में बदलने का ऑप्शन होगा, बता दें कि  पहले, दिल्ली सरकार ने घोषणा की कि वह ईवी किट के साथ पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों के रेट्रोफिटमेंट की अनुमति देगी।

दिल्ली की सरकार देगी सब्सिडी
नवंबर के अंतिम सप्ताह में दिल्ली सरकार के परिवहन विबाग ने अहम ऐलान किया था।  इसके मुताबिक अब इलेक्ट्रिक इंजन के साथ डीजल गाड़ी को दस साल से भी ज्यादा समय तक चलाया जा सकता है।  मंत्री कैलाश गहलोत ने इस संबंध में परिवहन विभाग ( transport Department ) को निर्देश जारी किए थे।   यानी आपको गाड़ी बेचने या स्क्रैप में देने की जरूरत नहीं है। डीजल कार को इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट कराने पर जो खर्च आएगा दिल्ली सरकार उस पर सब्सिडी भी देगी। फिलहाल दिल्ली सरकार ने ये साफ नहीं किया है कि डीजल कार को इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट कराने के लिए वो कितनी सब्सिडी देगी। दिल्ली सरकार इसे लेकर प्लान तैयार कर रही है। इस काम में 4 से 5 लाख रुपए तक का खर्च आ जाता है, लेकिन जब इस काम को कई कंपनियां करने लगेंगी तब लागत घट सकती है। 


कंवर्ट कराने पर मिलती 5 साल की गारंटी- वारंटी
पेट्रोल या डीजल कार को electric car में convert किया जा सकता है। इलेक्ट्रिक व्हीकल पार्ट्स निर्माता कंपनियों ने ये काम शुरु कर दिया है। अच्छी बात ये है कि ये कंपनियां कन्वर्ट की गई इलेक्ट्रिक कार पर पूरी warranty भी देती हैं। ये वारंटी भी पूरे पांच साल के लिए होती है। वहीं पेट्रोल या डीजल कार में आपको सर्विसिंग कराना पड़ती है, ये खर्च भी कंपनी उठायेगी।

यहां कराएं कन्वर्ट
हैदराबाद की ईट्रायो (etrio) और नॉर्थवेएमएस (northwayms) कंपनियां प्रमुखता से ये काम कर रही हैं। दोनों कंपनियां किसी भी पेट्रोल या डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट कर देती हैं। ऑल्टो, डिजायर, वैगनआर, i10, स्पार्क या अन्य कोई भी पेट्रोल या डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट करा सकते हैं। इन सभी कारों में इलेक्ट्रिक किट तकरीबन एक जैसी होती है। यदि आप अपनी गाड़ी को इलेक्ट्रिक में कंवर्ट कराना चाहते हैं तो इन कंपनियों की आधिकारिक  वेबसाइट पर जाकर संपर्क कर सकते हैं। 

करना होगा इतना खर्च
पेट्रोल- डीजल को इलेक्ट्रिक कार में बदलने के लिए कार के कई पार्टस बदलने होते हैं। इसमें मोटर, कंट्रोलर, रोलर और बैटरी इंस्टाल की जाती है।  20 किलोवॉट की इलेक्ट्रिक मोटर और 12 किलोवॉट की लिथियम आयन (Li-ion) बैटरी का खर्च तकरीबन 4 लाख रुपए तक होता है। इसी तरह यदि बैटरी 22 किलोवॉट की होती है तो इसका खर्च करीब 5 लाख रुपए तक आ सकता है। कार में 12 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी लगाने पर  ये फुल चार्ज होने पर करीब 70 किमी की रेंज दे सकती है। यदि 22 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी लगाई गई तब रेंज बढ़कर 150 किमी तक हो जाएगी।

पेट्रोल की तुलना में इलेक्ट्रिक कार से होगी बड़ी बचत
पेट्रोल से इलेक्ट्रिक कार को कंवर्ट करने पर एक किलोमीटर का खर्च तकरीबन 74 पैसे आता है। यानि 100 किलोमीटर के लिए आपको मात्र 74 रुपए खर्च करने होंगे। वहीं यदि आप पेट्रोल गाड़ी का उपयोग करते हैं ये गाड़ी 20 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है, पेट्रोल का रेट 110 लीटर है तो 100 किलोमीटर का खर्च 550 रुपए का आएगा।  इस तरह 100 किलोमीटर की दूरी में आप तकरीबन 476 रुपए की बचत कर सकते हैं। वहीं आप  पर्यावरण को प्रदूषित होने से भी बचाएंगे।

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