Infosys Q4 Results: कंपनी के नेट प्रोफिट में 12 फीसदी का इजाफा, रेवेन्यू में 15 फीसदी की तेजी

Infosys Q4 Results: इंफोसिस लिमिटेड का कंसोलिडेटिड नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में 12 फीसदी बढ़कर 5,686 करोड़ रुपए हो गया। बड़ी डील की गति और अलग-अलग क्लाउड सर्विसेज के कारण एक दशक में सबसे अधिक वार्षिक वृद्धि हुई। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में लाभ 5,076 करोड़ रुपए देखने को मिला था।

Saurabh Sharma | Published : Apr 13, 2022 12:16 PM IST

Infosys Q4 Results: भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस एक्सपोर्टर इंफोसिस लिमिटेड का कंसोलिडेटिड नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में 12 फीसदी बढ़कर 5,686 करोड़ रुपए हो गया। बड़ी डील की गति और अलग-अलग क्लाउड सर्विसेज के कारण एक दशक में सबसे अधिक वार्षिक वृद्धि हुई। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में लाभ 5,076 करोड़ रुपए देखने को मिला था। चौथी तिमाही में ऑपरेशंस से इंफोसिस का रेवेन्यू 23 फीसदी बढ़कर 32,276 करोड़ हो गया, जबकि एक साल पहले यह 26,311 करोड़ रुपए था। बुधवार को, एनएसई पर इंफोसिस का शेयर 0.49फीसदी बढ़कर 1,751 रुपए पर बंद हुआ। साल-दर-साल आधार पर, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 10 फीसदी की गिरावट और बेंचमार्क निफ्टी में कम गिरावट के मुकाबले 2022 में अब तक यह स्टॉक लगभग 8 फीसदी नीचे था।

16 रुपए डिविडेंड की सिफारिश
कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 के लिए 13-15 फीसदी एक मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस और 21-23 फीसदी के ऑपरेटिंग मार्जिन गाइडेंस निर्धारित किया है। इंफोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने कहा कि इंफोसिस बोर्ड ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए 16 रुपए प्रति इक्विटी शेयर के फाइनल डिविडेंड की सिफारिश की है। सलिल ने कहा कि हम वैश्विक स्तर पर प्रतिभा का विस्तार करेंगे, कर्मचारियों में निवेश करेंगे और बढ़ते बाजार के अवसरों को भुनाने के लिए इनोवेशन और डिजिटल क्षमताओं में तेजी लाएंगे।

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आईटी दिग्गज की एट्रिशन दर बढ़कर 27.7 फीसदी
करेंसी के संदर्भ में रेवेन्यू में पिछले वर्ष की तुलना में 21 फीसदी और क्रमिक रूप से 1.2 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि रिपोर्ट किए गए डॉलर के रेवेन्यू में 4,280 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई, जो वर्ष-दर-वर्ष 18 फीसदी की वृद्धि थी। इंफोसिस के सीएफओ नीलांजन रॉय ने कहा कि आगे एक मजबूत मांग के माहौल के साथ, हम बिक्री, वितरण और नवाचार में क्षमता निर्माण में उचित दीर्घकालिक निवेश करने की परिकल्पना करते हैं। मार्च तिमाही में आईटी दिग्गज की एट्रिशन दर बढ़कर 27.7 फीसदी हो गई, जो दिसंबर तिमाही में 25.5 फीसदी थी। इंफोसिस ने पिछले वित्त वर्ष में 85,000 फ्रेशर्स को काम पर रखा है और चालू वित्त वर्ष में 50,000 से ऊपर की ओर काम करना चाहता है।

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