पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कर्मचारियों को वेतन-भत्ते देने तक के पैसे नहीं बचे, सरकार के खिलाफ यूं फूटा लोगों का गुस्सा

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के मुजफ्फराबाद में सचिवालय के कर्मचारियों ने भत्ता न मिलने पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

Ganesh Mishra | Published : May 30, 2023 10:46 AM IST / Updated: May 30 2023, 04:18 PM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के मुजफ्फराबाद में सचिवालय के कर्मचारियों ने भत्ता न मिलने पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान एक कर्मचारी ने कहा- हमारी मांग है कि हमें जनवरी से एरियर के साथ ही सचिवालय भत्ता दिया जाए। साथ ही हम ये भी चाहते हैं कि इस संबंध में तत्काल नोटिफिकेशन जारी किया जाए। सरकार कार खरीदने पर पैसा खर्च कर सकती है। लेकिन कर्मचारियों को उनका हक नहीं दिया जा रहा है।

बढ़ती महंगाई के चलते परेशान हैं पाकिस्तान के कर्मचारी

वहीं, एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि पंजाब में कर्मचारियों को जनवरी से भत्ते मिल गए हैं। लेकिन बावजूद इसके वे बढ़ती महंगाई के बीच भत्ते का भुगतान न होने की वजह से पीड़ित हैं। कर्मचारी का कहना है कि पंजाब सचिवालय के कर्मचारियों को जनवरी से भत्ता मिल गया है। लेकिन हम यहां के कर्मचारियों को भत्ता देने के लिए सरकार से लगातार गुहार लगा रहे हैं। महंगाई के चलते लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हम मांग करते हैं कि कर्मचारियों को उनके अधिकार देते हुए भत्ता जारी किया जाए।

महिला कर्मचारी भी कर चुकीं सरकार के खिलाफ नारेबाजी

बता दें कि पिछले हफ्ते महिलाओं के एक समूह ने 'कामयाब ख्वातीन कार्यक्रम' के तहत अपने वेतन का भुगतान न करने पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) मुजफ्फराबाद में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। एक महिला ने कहा- सरकार इमरान खान को करोड़ों रुपए दे सकती है, लेकिन क्या कर्मचारियों को 13 हजार रुपए वेतन नहीं दे सकती? हम बहुत मेहनत कर रहे हैं लेकिन हमें अपने काम का वेतन नहीं मिला है। हमें आश्वासन दिया गया था कि वेतन देंगे, लेकिन अब तक किसी भी तरह का भुगतान नहीं किया गया है। यही वजह है कि हम यहां विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।

लगातार घट रहा पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार गिरता जा रहा है। इसके चलते सरकार आर्थिक चुनौतियों से जूझ रही है। पाकिस्तान की अवाम को आटा, तेल और गैस जैसी रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीदना भी मुश्किल होता जा रहा है। दैनिक इस्तेमाल में आने वाली चीजें भी आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं।

पाकिस्तान में बेरोजगारी दर बढ़ने के आसार

पाकिस्तान में बेरोजगारी दर 2021-22 में 10.1 प्रतिशत की तुलना में 2022-23 में 10.2% रहने का अनुमान है। बिजनेस रिकॉर्डर की रिपोर्ट के मुताबिक, हाई इन्फ्लेशन के दबाव के चलते पाकिस्तान में गरीबी और बेरोजगारी दर अभी और बढ़ सकती है। वहीं, वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि आर्थिक संकटों की वजह से चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान में करीब 40 लाख लोग गरीबी की चपेट में आए हैं।

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