सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार देर रात मुंबई में निधन हो गया। के निधन के बाद निवेशकों की टेंशन बढ़ गई है। उनका सवाल है कि उनके पैसे का अब क्या होगा? उनका फंसा पैसा उन्हें वापस मिलेगा भी या नहीं?
बिजनेस डेस्क : सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय (Subrata Roy) का निधन हो गया है। बिस्किट-नमकीन बेचने से लेकर दो लाख करोड़ तक का एंपायर खड़ा करने तक की उनकी कहानी बेहद दिलचस्प है। भारत में रेलवे के बाद सहारा ही ऐसी कंपनी थी, जिसमें सबसे ज्यादा कर्मचारी काम करते थे। हालांकि, एक गलती ने उनके पूरे करियर पर दाग लगा दिया और उन्हें जेल तक जाना पड़ा। जिस कंपनी को उन्होंने बड़ी मेहनत से खड़ा किया था, उसका पतन उन्होंने खुद अपनी आंखों से देखा। करोड़ों निवेशकों के पैसे डूब गए और एक-एक कर सहारा का साथ छूटने लगा। अब निवेशक इस बात को लेकर टेंशन में हैं कि सहारा प्रमुख के न रहने पर उनके पैसे का क्या होगा औऱ वह कैसे रिफंड मिलेगा?
बेसहारा हुए सहारा के निवेशक
साल 2008 से लेकर 2011 तक सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने OFCD के माध्यम से 3 करोड़ से ज्यादा निवेशकों से 17,400 करोड़ फंड जुटाए। सितंबर 2009 की बात है जब सहारा प्राइम सिटी ने IPO लाने के लिए SEBI के सामने दस्तावेज पेश किए। इन दस्तावेजों में गड़बड़ी और एक निवेशक की शिकायत के बाद सेबी ने अगस्त 2010 में दोनों कंपनियों की जांच के आदेश दिए। इसके बाद ही करीब तीन करोड़ निवेशकों का पैसा सहारा में फंस गया।
सहारा में फंसा पैसा कैसे वापस मिलेगा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने इसी साल जुलाई में CRCL-सहारा रिफंड पोर्टल (Sahara Refund Portal) बनाकर लॉन्च किया। इसके मुताबिक, 22 मार्च, 2022 से पहले तक सहारा में पैसे लगाने वाले लोग इस पोर्टल से अपना रिफंड वापस पा सकते हैं। इसके लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत होती है। उस मोबाइल नंबर की आवश्यकता पड़ती है, जो आधार कार्ड से लिंक हो। इसके अलावा आधार नंबर भी बैंक अकाउंट से लिंक होना जरूरी है। इस पोर्टल पर अपनी रसीद अपलोड कर रिफंड आसानी से पाया जा सकता है।
सहारा से रिफंड पाने के डॉक्यूमेंट्स
सहारा का रिफंड कब तक आएगा
सहारा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद जो भी डॉक्यूमेंट्स आप लगाते हैं, उसकी जांच की जाती है। अगर सभी दस्तावेज सही पाए गए तो 45 दिनों के अंदर सहारा में फंसा आपका पैसा आपके बैंक अकाउंट में वापस आ जाएगा। इस पोर्टल का लाभ करीब 2.5 करोड़ लोगों को होगा।
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