रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (RNESL) ने चाइना नेशनल ब्लूस्टार ग्रुप (China National Bluestar ) कंपनी लिमिटेड से आरईसी सोलर होल्डिंग्स एएस (REC Group) की 100 फीसदी हिस्सेदारी के takeover का ऐलान किया है, देखें ग्रीन एनर्जी उत्पादन में रिलायंस का ये कदम कितना महत्वपूर्ण है...
टेक डेस्क। दुनिया के 11 वें सबसे अमीर शख्स ने मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक भारी भरकम डील की है। रिलांयस ने सोलर एनर्जी के क्षेत्र में नॉर्वे की REC ग्रुप का अधिग्रहण किया है, रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर (Reliance New Energy Solar) ने रविवार 10 अक्टूबर को एक बयान में कहा कि उसने 5792 करोड़ रुपए (771 मिलियन डॉलर) में आरईसी सोलर होल्डिंग्स (REC Solar Holdings ) को टेक ओवर कर लिया है।
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100 फीसदी हिस्सेदारी को किया takeover
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (RNESL) ने चाइना नेशनल ब्लूस्टार ग्रुप (China National Bluestar ) कंपनी लिमिटेड से आरईसी सोलर होल्डिंग्स एएस (REC Group) की 100 फीसदी हिस्सेदारी के takeover का ऐलान किया है। रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर ने BSE फाइलिंग में यह जानकारी शेयर की है।
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ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लिए रिलायंस का बड़ा कदम
वैश्विक स्तर पर photovoltaic (पीवी) मैन्युफैक्चरिंग प्लेयर बनने के लिए रिलायंस के न्यू एनर्जी विजन के लिए यह टेकओवर बहुत काफी महत्व रखता है। यह अधिग्रहण रिलायंस ग्रुप को साल 2030 तक सोलर एनर्जी के 100 गीगावाट उत्पादन के लक्ष्य को पाने में काफी सहायक सिद्ध होगा। बता दें कि भारत सरकार का भी लक्ष्य renewable energy के 450 गीगावाट उत्पादन का है।
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रिलांयस का 100 गीगावॉट सोलर एनर्जी प्रोडक्शन का लक्ष्य
रिलायंस गुजरात के जामनगर में 5 हजार एकड़ में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्पलेक्स बना रही है। साल 2030 तक रिलायंस ने 100 गीगावॉट सोलर एनर्जी उत्पादित करने का टारगेट सेट किया है। इसके लिए रिलायंस चार बड़ी फैक्ट्री स्थापित करने जा रहा है। जिनमें से एक सोलर मॉड्यूल फोटोवोल्टिक मॉड्यूल बनाएगी। दूसरी एनर्जी के स्टोरेज के लिए अत्याधुनिक एनर्जी स्टोरेज बैटरी बनाने का काम करेगी। तीसरी, ग्रीन हाइड्रोजन के प्रोडक्शन के लिए एक इलेक्ट्रोलाइजर बनाएगी। चौथी हाइड्रोजन को एनर्जी में बदलने के लिए फ्यूल सेल बनाएगी।
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