खत्म हुए पांच राज्यों में चुनाव, इस सप्ताह पेट्रोल और डीजल की कीमत में हो सकती है वृद्धि

 चुनाव समाप्त होने के साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। 123 दिन से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के चलते इस दौरान कच्चे तेल की कीमत में तेजी आई है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 7, 2022 4:54 PM IST / Updated: Mar 07 2022, 10:27 PM IST

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव संपन्न हो गए हैं। 10 मार्च को वोटों की गिनती होने वाली है। चुनाव समाप्त होने के साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने (Petrol, diesel price hike) की संभावना जताई जा रही है। संभावना है कि इसी सप्ताह पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ सकते हैं। वर्तमान में दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 95.45 रुपए प्रति लीटर है, जबकि डीजल की कीमत 86.71 रुपए प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल 109.96 रुपए प्रति लीटर और डीजल 94.13 रुपए प्रति लीटर है। 

123 दिन से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के चलते इस दौरान कच्चे तेल की कीमत में तेजी आई है। कच्चे तेल की कीमत 140 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के 13 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसके चलते पेट्रोल और डीजल की कीमत में इस हफ्ते वृद्धि की संभावना है। तेल कंपनियां यूपी सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के चलते चार महीने से अधिक समय से तेल की कीमत नहीं बढ़ा रहीं थीं।

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उच्च स्तर पर पहुंचा कच्चे तेल का दाम
वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड फ्यूचर्स, यूएस ऑयल बेंचमार्क, रविवार शाम को बढ़कर 130.50 डॉलर प्रति बैरल हो गया। यह जुलाई 2008 के बाद से सबसे अधिक है। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड एक रात में 139.13 अमेरिकी डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह जुलाई 2008 के बाद का उच्चतम स्तर है। भारतीय रुपए की कीमत गिरने का असर भी तेल की कीमत पर पड़ सकता है। भारतीय रुपया सोमवार को 76.98 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया।

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भारत अपनी आवश्यकता का लगभग 85 प्रतिशत तेल विदेश से खरीदता है। 2017 से ईंधन की कीमतों को पिछले 15 दिनों में बेंचमार्क अंतरराष्ट्रीय दर के अनुरूप रोज तय किया जाना है, लेकिन 4 नवंबर 2021 से दरें फ्रीज पर हैं। तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) की जानकारी के अनुसार भारत द्वारा खरीदे जाने वाले कच्चे तेल की कीमत 1 मार्च को 111 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी। यह चार महीने पहले कीतम 81.5 डॉलर प्रति बैरल थी। तेल उद्योग से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि सोमवार को अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के साथ अब उम्मीद है कि सरकार राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं को दैनिक मूल्य संशोधन पर लौटने की अनुमति देगी।

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