दिवालिया होने की कगार पर पहुंचा Sri Lanka, चीन के फैलाए जाल में फंसा

Sri Lanka में घरेलू ऋणों और विदेशी बांडों को चुकता करने के लिए पैसे की छपाई में तेजी की वजह से मुद्रास्फीति बीते एक महीने में 9.9 प्रतिशत से दिसंबर में 12.1 प्रतिशत तक पहुंचा गई है। वहीं चारों ओर से समुद्र से घिरे इस देश को एक साल में 7.3 अरब डॉलर की जरुरतहै। जिसे जुटाना तकरीबन नामुमकिन है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 3, 2022 1:39 PM IST / Updated: Jan 03 2022, 07:52 PM IST

बिजनेस डेस्क। श्रीलंका देश को अगले 12 महीनों में घरेलू और विदेशी ऋणों में अनुमानित 7.3 बिलियन डॉलर का भुगतान करने की आवश्यकता है। श्रीलंका में वित्तीय संकट गहरा गया है। मुद्रास्फीति की रिकॉर्ड ऊंचाई, खाद्य कीमतों में उछाल, और महामारी से इस देश की इकॉनामी डूब रही है।  इस द्वीप राष्ट्र के इस साल दिवालिया होने की आशंका है। वहीं श्रीलंका चीन के उस जाल में बुरी तरह से फंस चुका है, जिसकी आशंका भारत ने जताई थी। 

एक साल में 7.3 अरब डॉलर की जरुरत
ब्रिटिश अखबार गार्जियन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि श्रीलंका को अगले 12 महीनों में घरेलू और विदेशी ऋणों में अनुमानित 7.3 अरब डॉलर चुकाने की जरूरत है। इसमें जनवरी 2022 में  500 मिलियन का अंतर्राष्ट्रीय सॉवरेन बांड ($500-million international sovereign) का रिपेमेंट करना भी शामिल है। वहीं इस देश के पास नवंबर में उपलब्ध विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 1.6 अरब डॉलर थी। 

गोटाबाया राजपक्षे के सामन बड़ी चुनौती
श्रीलंका सरकार का नेतृत्व कर रहे गोटाबाया राजपक्षे के सामने इस समय COVID-19 महामारी की अगली लहर से होने वाले पर्यटन के नुकसान के अलावा, उच्च सरकारी खर्च और कर-कटौती से राज्य के राजस्व में कमी, लोन के बदले चीन को दिए जाने वाला भारी भरकम ब्याज की राशि ( vast debt repayments to China), और रिकॉर्ड कम विदेशी मुद्रा भंडार ने आर्थिक मंदी को बढ़ा दिया है। 

अतिरिक्त नोट छपाई ने बढ़ाई मुद्रास्फीति
श्रीलंका में घरेलू ऋणों और विदेशी बांडों को चुकता करने के लिए पैसे की छपाई में तेजी की वजह से मुद्रास्फीति बीते एक महीने में 9.9 प्रतिशत से दिसंबर में 12.1 प्रतिशत तक पहुंचा गई है। Colombo Consumer Price Index  द्वारा मापी गई मासिक मुद्रास्फीति खाद्य और गैर-खाद्य वस्तुओं (both food and non-food items) दोनों की कीमतों में monthly increase से प्रेरित थी। देश के केंद्रीय बैंक की घोषणा के मुताबिक दिसंबर खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति एक महीने पहले 17.5 प्रतिशत से बढ़कर 22.1 प्रतिशत हो गई है। विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि  श्रीलंका में महामारी की शुरुआत से 500,000 लोग गरीबी रेखा से नीचे आ गए हैं, जो गरीबी से लड़ने में पांच साल की प्रगति के बराबर है।

कोविड से पर्यटन को भारी नुकसान
वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल के अनुसार, पर्यटन से नौकरियों और महत्वपूर्ण विदेशी राजस्व का नुकसान हुआ है, जो आमतौर पर देश के सकल घरेलू उत्पाद में 10 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है, यात्रा और पर्यटन क्षेत्रों में 200,000 से अधिक लोगों का रोजगार चला गया है। राष्ट्रपति राजपक्षे ने अपने अभी हाल ही में नए साल के संदेश में नकदी की तंगी से जूझ रही अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की उम्मीद जताई थी। हालांकि उन्होंने इस गंभीर विदेशी मुद्रा संकट को दूर करने के उपायों की घोषणा नहीं की थी। उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि नया साल चुनौतियों को आगे बढ़ाने और उन पर काबू पाने और जन-केंद्रित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा।"

द हिंदू (The Hindu) की रिपोर्ट के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने श्रीलंका को डाउनग्रेड किया है और इसके 26 बिलियन डॉलर के कर्ज को चुकाने की क्षमता के बारे में चिंता जताई है।

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