एक तरफ जहां दिल्ली, कोटा जैसी जगहों पर इन प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की फीस लाखों में है वहीं यूपी में ये बच्चों को मुफ्त मिल रही है। योजना के तहत, उन परीक्षाओं को कोचिंग मिलेगी जिनकी आर्थिक स्थिती ठीक नहीं है।
करियर डेस्क. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 फरवरी सोमवार को 'Abhyudaya' योजना का उद्घाटन किया। सीएम ने UP Mukhyamantri Abhyudaya Yojana 2021 के तहत रजिस्ट्रेशन करवाने वाले कैंडिडेट्स के साथ बातचीत भी की। CM योगी आदित्यनाथ ने वीडियो सम्मेलन में कहा, "कोचिंग कक्षाएं कल (16 फरवरी) से शुरू हो जाएंगी। मैं सभी से यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि ये कक्षाएं उन्हें अपने लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करेंगी। इस योजना की न केवल सराहना की गई बल्कि केंद्रीय बजट में एक विशेष पैकेज की भी घोषणा की गई।"
आइए जानते हैं 'अभ्युदय योजना' क्या है ?
यूपी में सीएम ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 'अभ्युदय योजना' की शुरुआत की है। योजना के तहत शुरुआती दौर में हर मंडल मुख्यालय अभ्युदय कोचिंग कक्षायें चलेंगी। दूसरे चरण में ऐसी ही कक्षाएं जिला स्तर पर शुरू की जाएंगी। 15 फरवरी को CM योगी के इस खास मिशन का शुभारंभ भी हो गया है। 16 फरवरी से क्लासेज यानि पढ़ाई शुरू हो जाएगी। कोविड महामारी के चलते अभी क्लास ऑनलाइन मोड में चलेंगी। हालांकि क्लासरूम सेशन भी आयोजित करवाए जाएंगे।
यूपी सरकार ने 'अभ्युदय योजना' की पहल पढ़ाई के लिए बच्चों के पलायन की गंभीर समस्या को देखकर शुरू की है। दिल्ली, मुखर्जी नगर, लक्ष्मी नगर, कोटा, जयपुर, मेरठ आदि जगहों पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अब बच्चों को राज्य और होम टाउन छोड़कर पलायन नहीं करना पड़ेगा। साथ ही गरीब बच्चों को सरकारी नौकरी के लिए लाखों रुपये की कोचिंग की मार भी नहीं झेलनी पड़ेगी।
'अभ्युदय योजना' में मुफ्त IAS बनने तक की कोचिंग
इस योजना के अंतर्गत यूपी सरकार छात्रों को, स्टेट सर्विसेज, (UP PCS) सिविल सेवा (Civil Services), नीट (NEET), जेईई (JEE), सीडीएस (CDS) और एनडीए (NDA) जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग उपलब्ध करवाएगी। योजना में क्लासेज ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में चलेंगी।
ऑफलाइन क्लास के दौरान बच्चों को आईएएस और पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा, जबकि एनडीए और सीडीएस की परीक्षा के लिए प्राचार्य, उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल द्वारा गाइडेंस मिलेगी। योजना में क्लास के साथ बच्चों के लिए डाउट सॉल्विंग सेशन भी आयोजित किए जाएंगे। मोटिवेशनल सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे
NEET, JEE के लिए कोटा जाना जरूरी नहीं
यही नहीं, नीट (NEET), जेईई (JEE), बैंक पीओ (Bank PO), एसएससी (SSC) और टीईटी (TET) आदि परीक्षाओं के लिए भी क्लास चलेंगी। JEE की तैयारी के लिए देशभर से छात्र कोटा का रूख करते हैं लेकिन अब उन्हें होमटाउन में ही मुफ्त कोचिंग मिल जाएगी। जिसमें छात्रों को बड़े-बड़े अधिकारी छात्रों को संबोधित करें।
बड़ी बात ये है कि पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के समय कैंडिडेट्स अपने होमटाउन में कोचिंग संस्थान चुन सकते हैं। इससे परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों क्वालिटी एजुकेशन, गाइडेंस के साथ घर से दूर भी नहीं जाना पड़ेगा। पोर्ट्ल पर रजिस्ट्रेशन के समय बच्चा अपने जिले में नजदीकी संस्थान चुन सकता है जहां उसके लिए क्लास ज्वाइन करने यात्रा करना आसान हो।
गरीब बच्चों के लिए कल्याणकारी
योजना के तहत, गरीबी से परेशान आने वाले सभी छात्रों को मुफ्त कोचिंग प्रदान की जाएगी। एक तरफ जहां दिल्ली, कोटा जैसी जगहों पर इन प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की लाखों फीस है वहीं यूपी में ये बच्चों को मुफ्त मिल रही है। बता दें कि, देशभर में कोचिंग संस्थान की बाढ़ जैसी आई हुई है। ऑनलाइन मोड में भी इन संस्थानों की फीस 30 हजार से शुरू होकर डेढ़ लाख तक है।
UPSC सिविल सेवा की कोचिंग, दृष्टि, IAS विजन और unacademy तक पर डेढ़ लाख है। इस फीस का भार उठा पाना सभी वर्गों के लिए संभव नहीं है। गरीब परिवार से आने वाले बच्चों की गाइडेंस और सुविधाएं के लिए यूपी सरकार ने पहल की है। केंद्रीय बजट में एक विशेष पैकेज के साथ यूपी सरकार कमजोर वर्ग के छात्रों को अपने होमटाउन में मुफ्त कोचिंग मुहैया करवा रही है।
नोट्स/स्टडी मैटेरियल सब मिलेगा
पूरी तरह निःशुल्क इस कोचिंग में ऑनलाइन/ऑफलाइन स्टडी मैटेरियल और लेक्चर आदि सब उपलब्ध होंगे। कंडिडेट्स को सिलेबस से लेकर एग्जाम पैटर्न आदि की पूरी जानकारी दी जाएगी। यही नहीं, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी (उपाम) द्वारा क्वेश्चन बैंक, प्रश्नोत्तरी आदि भी तैयार कर वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
मुफ्त कोचिंग के लिए युवाओं में जबरदस्त उत्साह
इस फ्री कोचिंग को लेकर युवाओं ने जबरदस्त उत्साह है। अभ्युदय पोर्टल की शुरुआत के महज 20 घंटे के भीतर 97 हजार से ज्यादा छात्रों के रजिस्ट्रेशन दर्ज हुए थे। सिविल सेवा से लेकर JEE तक के लिए छात्रों में होड़ मची हुई है।
बड़े-बड़े अधिकारी देंगे सफलता टिप्स और मोटिवेशन
सीएम योगी की इस पहल को लेकर प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों में भी खूब उत्साह है। इसमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों से बच्चों को सीधा मार्गदर्शन मिलेगा। ई-लर्निंग पोर्टल पर इन अधिकारियों के वीडियो लेक्चर और मोटिवेशनल वीडियो भी उपलब्ध होंगे।
ये IAS / IPS अधिकारी देंगे बच्चों को गाइडेंस