कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। इससे यूनिवर्सिटीज के शैक्षिक सत्र पर असर पड़ा है। यूजीसी ने मानव संसाधन मंत्रालय को अब एक नया एकेडमिक कैलेंडर सौंपा है।
करियक डेस्क। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। इससे यूनिवर्सिटीज के शैक्षिक सत्र पर असर पड़ा है। यूजीसी ने मानव संसाधन मंत्रालय को अब एक नया एकेडमिक कैलेंडर सौंपा है। यूजीसी ने कहा है कि विश्वविद्यालयों में नए छात्रों के लिए शैक्षिक सत्र सितंबर से और पहले से रजिस्ट्रेशन करा चुके स्टूडेंट्स के लिए अगस्त से शुरू होगा। ग्रैजुएशन के सेकंड और थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स का एकेडमिक कैलेंडर 1 अगस्त से शुरू होगा और उनकी परीक्षाएं अगले साल 26 मई से 25 जून के बीच होंगी। यूजीसी के मुताबिक, 1 जुलाई से 30 जुलाई के बीच गर्मियों की छुट्टियां होंगी और अगला सेशन 1 अगस्त, 2021 से शुरू होगा।
अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं
यूजीसी ने परीक्षाओं को लेकर दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अंतिम सेमेस्टर के स्टूडेंट्स की परीक्षा जुलाई में आयोजित की जा सकती है। वहीं, बीच के सत्र के स्टूडेंट्स को पहले के और मौजूदा सेमेस्टर के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ग्रेड दिए जाएंगे। यूजीसी ने यह भी कहा है कि जिन राज्यों में कोरोना वायरस की स्थिति सामान्य हो चुकी है, वहां जुलाई में परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
एमफिल और पीएचडी स्टूडेंट्स को ज्यादा समय
यूजीसी ने कहा है कि एमफिल और पीएचडी स्टूडेंट्स को 6 महीने का और समय मिलेगा। इसके अलावा उनका साक्षात्कार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगा। यूजीसी ने यह भी कहा है कि ये दिशा-निर्देश एक सलाह की तरह हैं और अलग-अलग विश्वविद्यालय अपने यहां की स्थितियों को देखते हुए योजना बना सकते हैं।