Uorfi Javed ने ब्रूचेस से बनी ड्रेस में बरपाया कहर, भड़के लोग बोले- अब बचा क्या है, जो छुपा है
एंटरटेनमेंट डेस्क. अक्सर अजीबो-गरीब ड्रेस में नजर आने वाली उर्फी जावेद ने एक बार फिर अपने अंदाज़ से लोगों को चौंका दिया है। सिल्क साड़ी के साथ उन्होंने जो एक्सपेरिमेंट किया है, उसकी वजह से इंटरनेट यूजर्स उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। देखें PHOTOS…
Gagan Gurjar | Updated : Mar 18 2023, 06:32 PM IST
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दरअसल, उर्फी जावेद हाल ही में एक स्टोर लॉन्च इवेंट में पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने ब्रूचेस से बना आउटफिट पहना हुआ था। उन्होंने सिल्क साड़ी पहनी थी और अपनी चोटी के साथ मांग टीका भी पहना हुआ था।
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उर्फी की यह ड्रेस डिजाइनर शांतनु-निखिल ने तैयार की है। इवेंट के बाद उर्फी ने वहां मौजूद मीडिया को भी पोज दिए। खुद उर्फी ने सोशल मीडिया पर अपने इस आउटफिट का वीडियो शेयर किया है।
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उर्फी ने वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "मैंने शांतनु-निखिल के सभी ब्रूचेस का इस्तेमाल कर टॉप बनाया और ब्रूच को चोटी में मांग टीका के रूप में इस्तेमाल किया। जाहिर तौर पर उर्फीकेशन जरूरी है। शांतनु को उनके नए फ्लैगशिप स्टोर के लिए बधाई। मुझे लगता है कि आगे मुझे बूचेस से बने पूरे आउटफिट पर काम करना चाहिए।"
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उर्फी का वीडियो देखने के बाद इंटरनेट यूजर्स उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। मसलन, एक यूजर ने लिखा है, "बेल्ट कमर में पहनते हैं दीदी।" एक अन्य यूजर का कमेंट है, "तुम्हे शर्म नहीं आती है क्या।"
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एक इंटरनेट यूजर ने उर्फी जावेद को ट्रोल करते हुए लिखा है, "ब्लैक में कातिलाना अदा उफ़!" एक यूजर का कमेंट है, "अब बचा क्या है, जो छुपा है, उसे भी दिखा क्यों नहीं देती।" एक अन्य यूजर ने लिखा है, "दिखाना भी नहीं आता, छिपाना भी नहीं आता।"
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उर्फी जावेद हाल ही में एक्ट्रेस सोनाली कुलकर्णी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें उन्होंने महिलाओं को आलसी बताया था। उर्फी ने सोनाली को फटकार लगाते हुए कहा था, “आपने जो कहा, वह कितना संवेदनशील है। आप आज की महिलाओं को आलसी कह रही हैं, जबकि वे काम के साथ-साथ घर का काम भी संभाल रही हैं। ऐसे पति की चाहत में क्या बुराई है, जो अच्छी कमाई करता हो। ”
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उर्फी ने आगे लिखा, "सदियों से लोग महिलाओं को सिर्फ बच्चे पैदा करने की मशीन मानते आ रहे हैं और हां, शादी की मुख्य वजह है दहेज़। महिलाएं पूछने या मांगने से नहीं डरतीं। हां, आप यहां सही हैं कि महिलाओं को काम करना चाहिए। यह एक विशेषाधिकार है, जो सभी को नहीं मिलता है। आपको यह देखने का अधिकार है कि यह हो सकता है।"