साउथ सुपरस्टार पवन कल्याण ने 100 दिनों में तोड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड

आंध्र प्रदेश ने एक ही दिन में 13,326 ग्राम पंचायतों में ग्राम सभाएं आयोजित करके विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इन सभाओं में 4500 करोड़ रुपये के मनरेगा कार्यों के प्रस्ताव पारित किए गए, जो ग्राम स्वराज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Asianetnews Hindi Stories | Published : Sep 16, 2024 10:24 AM IST

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आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री पवन कल्याण ने कार्यभार संभालने के 100 दिनों के भीतर ही राज्य सरकार द्वारा महत्वाकांक्षी रूप से आयोजित ग्राम सभाओं के आयोजन के लिए विश्व रिकॉर्ड बनाया है। 23 अगस्त को 'स्वर्ण ग्राम पंचायती' के नाम से राज्य भर में 13,326 पंचायतों में एक ही दिन ग्राम सभाएं आयोजित की गईं। 4500 करोड़ रुपये के मनरेगा कार्यों के लिए प्रस्ताव पारित किए गए। 

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एक ही दिन में इस स्तर पर जनभागीदारी के साथ सभाओं का आयोजन करना सबसे बड़ा ग्राम प्रशासन है, यह मान्यता देते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन ने इसे अपने रिकॉर्ड में दर्ज किया है। इस संबंध में सोमवार सुबह हैदराबाद में पवन कल्याण के आवास पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन के आधिकारिक रिकॉर्ड प्रबंधक क्रिस्टोफर टेलर क्राफ्ट ने उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण को इस उपलब्धि का प्रमाण पत्र और पदक प्रदान किया।

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इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रामों को स्वशासन प्रदान करने की आकांक्षा से शुरू हुई इस यात्रा में यह नया मील का पत्थर हासिल करना हर्ष की बात है। उन्होंने ग्राम सभाओं को सफल बनाने में भागीदार रहे प्रशासनिक तंत्र और स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों को बधाई दी। उन्होंने ग्राम सभा में भाग लेने और मार्गदर्शन करने के लिए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने राज्य के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को ग्राम सभाओं में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में राज्य के पंचायती राज और ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव शशिभूषण कुमार, पंचायती राज और ग्रामीण विकास निदेशक कृष्णा तेज, मनरेगा योजना निदेशक षण्मुख और संयुक्त आयुक्त शिवप्रसाद ने भाग लिया।

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ग्राम स्वराज की ओर...
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कहते थे कि जब गाँव हरे-भरे होते हैं, तभी देश खुशहाल होता है। इसी भावना के साथ आंध्र प्रदेश सरकार ग्राम स्वराज के लिए मजबूती से कदम बढ़ा रही है। उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण पूरी ईमानदारी और योजनाबद्ध तरीके से गांवों के विकास के लिए आगे बढ़ रहे हैं। इसका एक हिस्सा स्थानीय स्वशासन को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि गांवों के विकास कार्यक्रमों का फैसला ग्रामीण खुद करें, इसके लिए ग्राम सभाओं में चर्चा कर प्रस्ताव पारित करें। पवन कल्याण ने ग्रामीणों में ग्राम सभाओं के तौर-तरीकों के प्रति जागरूकता पैदा करने में पहल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री कोनिदला पवन कल्याण के नेतृत्व में राज्य की सभी ग्राम पंचायतें स्वशासन और सुशासन की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि गांव आत्मनिर्भर बनें और 'स्वर्ण पंचायत' के रूप में विकसित हों।   

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इसी के तहत 23 अगस्त को राज्य भर की 13,326 ग्राम पंचायतों में एक साथ संबंधित ग्राम सरपंचों की अध्यक्षता में ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया। उत्सव के माहौल में हुई इन ग्राम सभाओं में लाखों ग्रामीण, किसान, मजदूर, अधिकारी, कलेक्टर, मंत्री, सांसद, विधायक शामिल हुए। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने वनपल्ली गांव में और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने मैसूरवారిपल्ले में आयोजित ग्राम सभाओं में भाग लिया। इन सभाओं में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत गांवों में किए जाने वाले विकास कार्यों और विभिन्न योजनाओं का उपयोग करके गांवों को कैसे विकास के पथ पर अग्रसर किया जाए, इस पर विस्तृत चर्चा हुई। ग्राम सभाओं में एक ही दिन में राज्य भर में 4,500 करोड़ रुपये के कार्यों को मंजूरी दी गई। 87 विभिन्न कार्यों के लिए प्रस्ताव पारित किए गए। इन कार्यों से 9 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा और 54 लाख परिवारों को रोजगार का लाभ मिलेगा, ऐसा ग्राम सभाओं में तय किया गया। राज्य भर में ग्रामीणों ने एक साथ सीसी सड़कों, नालियों, पशु शेड, तालाबों की सफाई, बागवानी कार्यों, चेक डैम निर्माण, लघु सिंचाई टैंकों आदि के निर्माण के लिए अपनी सहमति दी। राज्य सरकार ने ग्राम सभाओं को सिर्फ़ औपचारिकता निभाने के बजाय, ग्रामीणों को एक साथ बैठकर चर्चा करने और फिर फैसले लेने के लिए प्रेरित किया। महिलाओं और युवाओं को ग्राम सभाओं में आने और गांव की जरूरतों पर चर्चा करने और प्रस्ताव पारित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। 

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राज्य भर में एक साथ आयोजित यह ग्राम सभा कार्यक्रम भारत में आयोजित अब तक का सबसे बड़ा ग्राम प्रशासन कार्यक्रम बन गया है और इसने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा कि इसी भावना को, गांवों के भविष्य की इसी गरिमा को, इसी महान आकांक्षा की ज्योति को आगे बढ़ाते हुए ग्राम स्वराज में आंध्र प्रदेश को अग्रणी बनाना ही हमारा लक्ष्य है।

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