उस लड़के को ढाढस बंधा रही वहां मौजूद एक महिला बोली- कश्मीरी हिंदुओं के साथ जो बर्बरता हुई है, उसे जस का तस दिखा पाना बेहद मुश्किल है। फिल्म में जो कुछ भी दिखाया गया है, शायद वो सबसे कम कम या हल्का है। रियल स्टोरीज तो और भी ज्यादा भयानक हैं, जिन्हें शायद पर्दे पर दिखाया भी नहीं जा सकता।