Coronavirus: संकट के समय फ्री में ऑक्सीजन सप्लाई कर रहे हैं ये बिजनेसमैन, इन कंपनियों ने बढ़ाया प्रोडक्शन

नई दिल्ली. कोरोना संकट (coronavirus) की दूसरी लहर के बीच देश के ज्यादातर राज्यों में ऑक्सीजन की समस्या (Oxygen Shortage) खड़ी हो गई है। हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की मौत के मामले सामने आए हैं। संकट की इस घड़ी में देश के कई उद्योगपति (industrialists) सामने आए हैं और ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहे हैं। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के अलावा देश की कई प्राइवेट कंपानियां और उद्योगपति मदद के लिए सामने आए हैं। जानते हैं कौन-कौन से उद्योगपति ऑक्सीजन की सप्लाई में मदद कर रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 23, 2021 7:20 AM IST

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Coronavirus: संकट के समय फ्री में ऑक्सीजन सप्लाई कर रहे हैं ये बिजनेसमैन, इन कंपनियों ने बढ़ाया प्रोडक्शन

टाटा ग्रुप (Tata Group)
देश में ऑक्सीजन की कमी के बीच बिजनेसमैन रतन टाटा (Ratan Tata) सामने आए हैं। टाटा ग्रुप ने कहा है कि वह लिक्विड ऑक्सीजन ले जाने के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनरों का आयात कर ऑक्सीजन की कमी को दूर करने में मदद करेगा। ऑक्सीजन संकट को कम करने के लिए चार्टर्ड उड़ानों के जरिए क्रायोजेनिक कंटेनरों का आयात किया जा रहा है। क्रायोजेनिक कंटेनर को लिक्विड सिलेंडर भी कहा जाता है। पिछले साल महामारी की पहली लहर के दौरान टाटा समूह ने वेंटिलेटर, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट, मास्क, दस्ताने और परीक्षण किट का इंतजाम किया था। कोरोनावायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए समूह ने 1,500 करोड़ रुपये देने का वादा किया था।
 

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रिलायंस ग्रुप, मुकेश अंबानी
कोरोना संकट में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भी सामने आए हैं। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries) ने जामनगर रिफाइनरी में प्रतिदिन 700 टन से अधिक चिकित्सा स्तर के ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही है। यह ऑक्सीजन उन राज्यों को निशुल्क दी जा रही है जो कोरोना वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा हैं।  पहले जामनगर रिफाइनरी में 100 टन उस ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाता था जो मेडिकल के फील्ड में प्रोयग में लाई जाती थी। लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही अब इसे बढ़ाकर 700 टन कर दिया गया। 

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जेएसपीएल, नवीन जिंदल
संकट के समय में जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के चेयरमैन नवीन जिंदल (Naveen Jindal) ने ट्वीट करके बताया है कि उन्होंने एमपी, दिल्ली और राजस्थान के सीएम से बात की है और उन्हें ऑक्सीजन की सप्लाई का भरोसा दिया है। जेएसपीएल कॉरपोरेट के आंगुल प्लांट में 500 टन से ज्यादा लिक्विड ऑक्सीजन तैयार है। कंपनी जरूरत पड़ने पर किसी भी सरकार को रोज 100 टन ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकती है। शुक्रवार को दिल्ली/एनसीआर, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन के टैंकर भेजे जाएंगे।

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इंडियन ऑयल
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) भी अपनी रिफाइनरियों में मेडिकल फील्ड में उपयोग होने वाले ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर उसका वितरण प्रभावित राज्यों को कर रही हैं।
 

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स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL)
सरकारी कंपनी SAIL भी ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए आगे आई है। SAIL द्वारा देशभर में अब तक 35,000 टन से अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की जा चुकी है। सेल ने बोकारो, भिलाई, राउरकेला, दुर्गापुर और बर्नपुर स्थित अपने स्टील प्लांट्स से यह आपूर्ति की है। इस्पात मंत्रालय के मुताबिक सरकारी और निजी क्षेत्र की स्टील कंपनियों के 28 ऑक्सीजन प्लांट रोजाना 1500 टन मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहे हैं।

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आर्सेलर मित्तल
आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील 200 मीट्रिक टन तक लिक्विड ऑक्सीजन रोजाना अस्पतालों और राज्य सरकारों को सप्लाई कर रही है।

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