उत्तराखंड के चमोली में इसी कारण त्रासदी मची है। इस आपदा में बड़े जान-मान के नुकसान होने की आशंका है। अभी तक करीब 50 से 75 लोगों के बहने की खबर है। वहीं इस आपदा में देश के जवानों को जोड़ने वाला एक पुल भी बह गया है। ग्लेशियर फटने से आए लबालबा पानी के सैलाब से यहां मलारी को जोड़ने वाला पुल बह गया है।
तपोवन इलाके में एक ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है। अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। नदी में अचानक पानी आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की आशंका है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को हटाया जा रहा है।