60% लाने वाला लड़का सिर्फ 4 घंटे पढ़ाई करके बना IAS....निकम्मे दोस्त भी रह गए हक्के-बक्के

बिजनौर. लड़कों को ऊपर भले घर परिवार की जिम्मेदारी हो लेकिन वो स्कूल और कॉलेज टाइम में पूरे टशन में रहते हैं। स्कूल में पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। टॉपर बनने वाले भी कुछ ही लड़के होते हैं। ऐसे में एक औसत छात्र ने यूपीएससी में टॉप कर डाला। ये बात जब उसके घर-परिवार और दोस्तों को मालूम हुई तो सब दंग रह गए। उसने ये पूरी परीक्षा मात्र 4 घंटे पढ़ाई करके पूरी की। जबकि  यूपीएससी (UPSC) जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स 10 से 12 घंटे पढ़ाई करते हैं।

सही रणनीति से इस लड़के ने अपना सपना पूरा करके परिवार का नाम रोशन किया। हम बात कर रहे हैं जुनैद अहमद की। आईएएस सक्सेज स्टोरी (IAS Success Story) में हम आपको जुनैद के संघर्ष और स्ट्रेटजी के बारे में बताएंगे।
 
Asianet News Hindi | Published : Apr 15, 2020 5:19 AM IST / Updated: Apr 15 2020, 11:12 AM IST
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60% लाने वाला लड़का सिर्फ 4 घंटे पढ़ाई करके बना IAS....निकम्मे दोस्त भी रह गए हक्के-बक्के
जुनैद एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार से आते हैं। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में उनका घर है। उनके पिता श्री जावेद हुसैन पेशे से वकील हैं और मां आयश रजा एक हाउस मेकर हैं। जुनैद बताते हैं कि बिजनौर के नगीना कस्बे में पले-बढे हैं।

शुरू से ही वे पढ़ाई में औसत छात्र थे। दसवीं और 12वीं की परीक्षा में उनके लगभग 60 फीसदी अंक आए थे। उन्होंने हमेशा टशन में रहकर पढ़ाई को हल्के में लिया। हालांकि वो बाकी छात्रों से बेहतर थे।
 
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जुनैद ने 12वीं के बाद शारदा यूनिवर्सिटी, नोएडा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वहां भी उनके 65 फीसदी तक ही अंक आए। कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद जुनैद के मन में IAS अधिकारी बनने का सपना जागा। लोग कहते थे कि 60 प्रतिशत वाला कोई औसत छात्र आईएएस नहीं बन सकता।

फिर भी जुनैद ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने की सोची। हालांकि उनके परिवार में कोई प्रशासनिक सेवा में नहीं था। ऐसे में कोई अधिक जानकारी भी नहीं थी लेकिन फिर भी उन्‍होंने इस बारे में रिसर्च शुरू की और फिर तैयारी शुरू कर दी।
 
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 वर्ष 2013 से उन्होंने खुद को पढ़ाई में झोंक दिया। घर वालों का भी उन्हें पूरा सपोर्ट मिला। शुरुआत में जुनैद को तैयारी करने में बड़ी मुश्किलें आईं, लेकिन जब एक बार वो कन्विंस हो गए कि वे IAS बन सकते हैं तो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

जुनैद रोज सुबह पांच बजे से उठकर तैयारी में जुट जाते थे और दोपहर 11-12 बजे तक पढ़ते थे। वे हर रोज कम से कम 9-10 घंटे पढ़ाई करते थे। इसके बाद खुद को रिफ्रेश करने के लिए जुनैद खेल और जिम का भी सहारा लेते, कभी-कभार जुनैद मूवी देखने भी जाते थे।
 
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जुनैद अहमद ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया स्थित जामिया रेजीडेंशियल कोचिंग अकादमी से कोचिंग ली। जामिया की कोचिंग अकादमी मुफ्त में सिविल सर्विसेज के छात्रों को तैयारी करवाती है। इसमें रहना, खाना समेत कोचिंग मुफ्त होती है।

जुनैद के मुताबिक, सिविल सर्विसेज की तैयारी की शुरुआत में आठ से 10 घंटे लगातार पढ़ाई करते बेसिक समझ में आने के बाद तैयारी का समय घटकर चार घंटों तक सिमट गया।  जुनैद का मानना है कि घंटों से पढ़ाई नहीं होती, बस जो भी पढ़ें, ध्यान लगाकर तैयारी करें तो सफलता जरूर मिलेगी।
 
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सिविल सर्विसेज की चार बार परीक्षा देने के बाद पांचवी बार में परीक्षा में सफलता हासिल हुई। पहली बार में  भारतीय राजस्व सेवा में चयन हुआ था। हालांकि जुनैद का सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का था।

इसी के चलते पांचवीं बार फिर से परीक्षा दी और सिविल सर्विसेज 2018 की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में तीसरा स्थान (थर्ड रैंक) मिला था। पांचवीं बार में जुनैद UPSC Topper बन गए और लोगों के होश उड़ा दिए।
 
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जुनैद की सफलता ये बताती है कि यूपीएससी की तैयारी करने के लिए 60-70 प्रतिशत कोई मायने नहीं रखते। साथ ही आपको पढ़ने के लिए एक सही स्ट्रेटजी की जरूरत है। सही तरीके से पढ़ेंगे तो पूरा दिन किताबों को नहीं देना पड़ेगा। 10-12 घंटे पढ़ाई से ही अफसर बनेंगे जुनैद ने लोगों की इस धारणा को ना सिर्फ तोड़ा बल्कि आईएसएस अधिकारी बनकर दिखाया।  

जुनैद ने UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए जुनैद ने कहा कि कभी भी असफलता से घबराएं नहीं और कड़ी मेहनत और एकाग्रता के दम पर अपना लक्ष्य प्राप्त करें। एक दिन सफलता जरूर मिलेगी।
 
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