वह बताते हैं, “मार्च और जून के बीच शहर में गर्मी सबसे ज़्यादा होती है। सड़क किनारे सब्ज़ी, जूस या नारियल बेचने वालों को देखकर मन दुखी हो जाता है। बचपन में जब यह सब देखता था तो लगता था कि गर्मी को सहने की इनमें क्षमता है लेकिन अब यह समझ में आया कि अपनी जरूरतों के लिए ये सब तपती गर्मी में काम करते हैं।”
अबीद मंसूरी ने अपने इनोवेशन की कहानी बेटर इंडिया से साझा की है। उन्होंने बताया, कॉलेज की तरफ से आर्थिक मदद और प्रोफेसर के मार्गदर्शन की वजह से कॉलेज के सुरक्षा गार्ड के लिए छतरी तैयार किया और सफल परीक्षण भी किया था। अब शहर की पुलिस द्वारा प्रोत्साहन और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद, अदीब को उम्मीद है कि वह इसे व्यावसायिक रूप से बना सकेंगे और अपने प्रोडक्ट को लॉन्च कर सकेंगे।