डेरे में चलता था हनीप्रीत का सिक्का
हनीप्रीत ने अपने फेसबुक पेज पर खुद को पापा की एंजेल, समाजसेवी, डायरेक्टर, एडिटर और एक्ट्रेस के तौर पर दिखाया था। जेल में जाने के बाद उसने यह जेल डिलीट कर दिया था। कभी
हनीप्रीत का डेरा में सिक्का चलता था। उसका पूरा परिवार ही डेरा में रहता था। डेरा सिरसा के मुखी रामरहीम के पूर्व ड्राइवर खट्टा सिंह ने बताया कि हनीप्रीत ने डेरामुखी के बेटे जसमीत की 2011 से चली आ रही बिस्कुट फैक्टरी को एमएसजी लिमिटेड में मर्ज करा दिया था। इस फैक्ट्री से पहले डेरा मुखी के परिवार को 15 से 20 लाख की आमदनी होती थी, लेकिन मर्जर के बाद यह आमदनी पांच लाख रुपए रह गई थी। हनीप्रीत की वजह से डेरामुखी का परिवार उनसे नाराज रहता था। दूसरी ओर उसने डेरे में अपने परिवार को कई बिजनेस में हिस्सेदारी दिलाकर लाखों की कमाई सुनिश्चित करा दी थी। तब हनीप्रीत के खिलाफ बोलने की हिम्मत किसी की नहीं होती थी।