इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक मनोवैज्ञानिक और पेरेंटिंग टीनएज एक्सपर्ट एंजेला करंजा ने बताया कि बच्चों की झूठी तारीफ करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर आप एक बच्चे से कहते हैं कि वह परफेक्ट है तो आप उसे नई कोशिशों को करने से रोकते हैं। वह अपने किए हुए काम से आगे नहीं बढ़ेगा। उसने जो किया है उसी के ईर्द-गिर्द काम करेगा।