World Health Day: कोरोना से लेकर प्लेग तक, इन 5 महामारियों के चलते दुनियाभर में हुई करोडों लोगों की मौत

हेल्थ डेस्क: हर साल 7 अप्रैल को मेडिकल फील्ड की कई उपलब्धियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन की सफलता की सराहना करने के लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day 2022) मनाया जाता है। 1948 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहली विश्व स्वास्थ्य सभा आयोजित की, जिसमें "विश्व स्वास्थ्य दिवस" ​​के गठन का आग्रह किया गया। विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 का विषय 'हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य' है। लेकिन हमारे ग्रह और स्वास्थ्य पर संकंट डालने के लिए दुनिया में सिर्फ कोरोना महामारी ही नहीं बल्कि कई महामारियां (globel pandemics) आई, जिसने पूरे विश्व को क्षति पहुंचाई। ऐसे में आज हम आपको उन 5 महामारियों के बारे में बताते हैं, जिसने इस पूरी दुनिया बदल कर रख दी...

Asianet News Hindi | Published : Apr 7, 2022 4:09 AM IST

15
World Health Day: कोरोना से लेकर प्लेग तक, इन 5 महामारियों के चलते दुनियाभर में हुई करोडों लोगों की मौत

Black death
काली मौत के नाम से फैली इस महामारी ने 1347 में यूरोप में दस्तक दी थी। उस दौर में इस महामारी के चलते मौत का ऐसा तांडव हुआ था जिसे इतिहास के पन्नों में लिखा गया। बताया जाता है कि इस महामारी के चलते 20 करोड़ों लोगों की जान चली गई थी। इस महामारी का असर 1353 तक रहा था। यह एक प्रकार का विषाणु था जिसकी उत्पत्ति यर्सीनिया पेस्टिस के चलते हुई और यह इंसानों के अलावा चूहों और गिलहरियों में भी पाया गया था।

25

जस्टिनियन प्लेग
JUSTINIAN PLAGUE महामारी छठी शताब्दी में आई थी, जिससे पूरी दुनिया लगभग 4 साल तक प्रभावित रही थी। कहा जाता है कि जस्टिनियन प्लेग महामारी के चलते दुनिया के करीब 10 फीसदी लोगों की जान चली गई थी। इस महामारी ने एशिया, नॉर्थ अफ्रीका, अरब और यूरोप में सबसे ज्यादा कहर बरपाया था। उस वक्त के शहंशाह जस्टिनियन भी इस बीमारी से ग्रसित हो गए थे। हालांकि, उनकी जान बच गई थी, इसलिए इस बीमारी का नाम जस्टिनियन प्लेग पड़ा।

35

स्पेनिश फ्लू
1918 के दौरान स्पेन में भी एक ऐसी ही महामारी ने जन्म लिया जिसे स्पेनिश फ्लू के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि विश्व युद्ध के दौरान जितने लोगों ने अपनी जान गवाई थी, उससे दोगुनी संख्या में लोग स्पेनिश फ्लू महामारी के चलते मरे थे। विशेषज्ञों की मानें तो उस समय दुनिया का एक तिहाई हिस्सा इस बीमारी के चपेट में आ गया था। संक्रमण का आंकड़ा लगभग 50 करोड़ हो गया था और लगभग 5 करोड़ लोगों की जान उस वक्त गई थी।

45

एचआईवी (एड्स)
पिछले कुछ दशकों में आई महामारियों में से एक HIV (ह्युमन इम्युनडिफिशिएंशी वायरस) वायरस भी है, जो सीधे मनुष्य की इम्युनिटी सिस्टम पर अटैक करता है और धीरे-धीरे पूरे मानव शरीर को खोखला कर देता है। इस लाइलाज बीमारी से बचने के कई रास्ते तो हैं, लेकिन अब भी करोड़ों लोग इससे ग्रसित हैं। यह बीमारी यौन संबंध और खून के माध्यम से शरीर में फैलती है। इस बीमारी का पता सबसे पहले 1981 में चला था। कहा जाता है कि 7.5 करोड़ लोग अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं। वहीं लगभग 3.5 करोड़ लोगों की मौत से हो चुकी है।

55

कोरोनावायरस
पिछले लगभग ढाई सालों से कोरोनावायरस दुनिया पर छाई हुई है। इसके न जाने कितने वेरियंट्स आ चुके हैं। लेकिन कहा जाता है कि इसके जो दूसरी लहर 2021 में आई थी वह सबसे ज्यादा भयावह थी। 2019 में चीन के वुहान से निकले इस वायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा कर रखा है और अब तक इसका पुख्ता इलाज नहीं मिल पाया है। हालांकि, वैक्सीन इसके लिए काफी हद तक प्रभावी है। कहा जाता है कि कोरोना के भारत में कुल 4.3 करोड़ से ज्यादा मामले आ चुके हैं। वहीं 5.21 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
यह भी पढ़ें-राष्ट्रीय समुद्र दिवस पर PM ने शेयर कीं कई तस्वीरें, 8 सालों में बदल गई भारतीय बंदरगाहों की कहानी

World Health Day: कल लाल किले पर योग करेंगे मोदी सरकार के कई मंत्री, इसलिए हो रहा यह आयोजन

भारत में मिला Omicron का नया variant XE, यहां हुई पहले मामले की पुष्टि, देखें कितना खतरनाक है ये वायरस

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos