जनजातीय समुदाय को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने लिखा, मेरे जनजातीय भाई-बहनों के बीच अद्भुत आनंद के पल गीत-संगीत, नृत्य के साथ बिताए। उनका जीवन बेहद सरल, सहज और प्रकृति के करीब है। अद्भुत है हमारी जनजातीय संस्कृति, कला, गीत-संगीत, वेशभूषा और परंपराएं, जिसमें आनंद, उल्लास और उत्साह की त्रिवेणी का संगम है। आज जनजातीय भाई-बहनों से मिलकर सुखद अनुभूति की प्राप्ति हुई।