32 सीटर बस में बैठाए थे 60 लोग :
बता दें कि 32 सीटर इस बस में जरूरत से ज्यादा लोगों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। दरअसल, इस बस में ज्यादातर स्टूडेंट थे, जो प्रतियोगी परीक्षा के लिए सतना जा रहे थे। मेन हाइवे पर काम के चलते जाम लगता था, इसलिए बस ड्राइवर को लगा कि बच्चे परीक्षा में लेट ना हों तो उसने दूसरा रास्ते से जाने की सोची। लेकिन ये रास्ता मौत का रास्ता बन गया।