नई दिल्ली. स्वदेशी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन (Covaxin) के देशभर में तीसरे चरण के ट्रायल चल रहे हैं। अगर यह वैक्सीन इस ट्र्रायल में भी सफल रही, तो भारत को अगले साल की शुरुआत तक कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन मिल जाएगी। इस चरण में देशभर में 23 संस्थानों में 25,800 वॉलंटियर्स पर ट्रायल होंगे। लेकिन काफी कम लोग ही जानते होंगे कि कोरोना की पहली स्वदेशी वैक्सीन बनाने में एक किसान का बेटा काफी अहम भूमिका निभा रहा है। हम बात कर रहे हैं कृष्णा एल्ला की। आईए जानते हैं कि एल्ला कौन हैं और इस वैक्सीन में कैसे अहम भूमिका निभा रहे हैं।