भरतपुर (राजस्थान). उनकी उम्र करीब 65 से 70 साल के बीच है लेकिन जज्जा जवानों सा है। पूरा शहर उन्हें नीतू मौसी कहता है और वे एक किन्नर हैं। उनका जूनूनू है जरुरदमंद लोगों की मदद करना खासतौर पर बेटियों की शादी कराना...। पैसा इतना है कि अच्छे अच्छे धन्ना सेठों के पास नहीं हो। अगर हो भी तो उसे खर्च करना का जूनून नीतू मौसी जैसा तो नहीं ही होगा। नीतू मौसी ने अब जो काम किया है वह उनके जूनून को और ज्यादा बढ़ा रहा है।