बता दें कि चीता 2017 फरवरी के महीने में कश्मीर में सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के कमांडिंग अफसर के रूप में तैनात थे। इसी दौरान हुए एक आतंकी हमले में उनके सिर, दाईं आंख, पेट, दोनों बांहें, बाएं हाथ और कमर के निचले हिस्से में करीब 9 गोलियां लगी थीं। दिल्ली के एम्स में कई सर्जरी कर उनकी जान बचाई गई थी। जिसके एक साल बाद वह फिर से 2018 में वापस ड्यूटी पर लौटे थे। उन्हें देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कीर्ति चक्र से सम्मानित किया था।