दरअसल, पुजारी बाबूलाल वैष्णव के घर में 6 बेटियां, एक दिव्यांग बेटा और पत्नी है। जिसमें से चार बेटियों की शादी हो चुकी है। परिवार के सोने के लिए फटे बिस्तर और सिर छिपाने के लिए टूटे-फूटे कच्चा खपरैल घर है। पुजारी का बेटा मंदबुद्धि है हादसे के बाद से राजस्थान सरकार ने उसको संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया है।