उदयपुर, राजस्थान। किसी भी नई शुरुआत के लिए हिम्मत सबसे बड़ी बात होती है। लोग छोटी-मोटी नौकरी के पीछे भागकर अपनी जिंदगी खराब कर देते हैं। नौकरी मिल भी जाती है, तो जिंदगीभर पैसे की जोड़-तोड़ में उलझे रहते हैं। लेकिन इस किसान ने दूसरों की मजदूरी करने से बेहतर खुद के लिए कुछ करना उचित समझा। नतीजा, सालभर पहले अपना बंजर और पथरीला खेत देखकर रूंआंसा होने वाला यह किसान आज मजे से जिंदगी गुजार रहा है। खेतों में फल-सब्जियां और अनाज उगाता है। यह किसान हैं उदयपुर से करीब 30 किमी दूर स्थित पई गांव का निचल फलां के रहने वाले शंकरलाल भील। शंकरलाल ने अकेले ही अपने बंजर और पत्थरों से भरे खेत को उपजाऊ बना दिया। यह सब उन्होंने सिर्फ एक साल की मेहनत में किया। कभी-कभी उन्हें जेसीबी की मदद भी लेनी पड़ी, लेकिन हिम्मत कभी नहीं छोड़ी। शंकर के पास 6 बीघा जमीन है। इसमें से 2 बीघा किसी काम की नहीं थी। लेकिन शंकर ने इसे भी उपजाऊ बना दिया। जानिए एक किसान के हौसले की कहानी..